डीएनए हिंदी: पाकिस्तान की आर्थिक हालत तो जगजाहिर है. वहां सरकारी खजाना खाली हो चुका है और आम लोगों को पेट भर कर खाना भी मुश्किल से नसीब हो रहा है. सरकार दूसरे देशों से कर्ज मांगती फिरती है और नागरिक सऊदी अरब में हज और धार्मिक कार्यों के बहाने जाते हैं और फिर वहां भीख मांगने लगते हैं. कुछ दिन पहले पाकिस्तान सरकार ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि ईरान और सऊदी की जेलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी भिखारी हैं. अब सऊदी अरब ने इस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान की केंद्रीय जांच एजेंसी ने सऊदी अरब जा रहे भिखारियों के एक समूह को पकड़ा है. इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इस तरह की घटनाओं से पाकिस्तान की रही-सही इज्जत भी तार-तार हो रही है.
आम तौर पर पाकिस्तान से लोग उमरा वीजा पर सऊदी अरब पहुंचते हैं. वहां पहुंचकर वे भीख मांगने का काम शुरू कर देते हैं. जांच एजेंसियों ने इस चलन को देखते हुए अब सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान में बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर है और खाड़ी देशों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक छोटे-मोटे काम के लिए जा रहे हैं. इसमें मिस्त्री, मजदूरी से लेकर ड्राइवर और घरेलू सहायक जैसे काम भी शामिल हैं.
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मुल्तान एयरपोर्ट से पकड़ा गया भिखारियों का जत्था
सऊदी जाने के दौरान पकड़े गए सभी भिखारी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के साहीवाल जिले के रहने वाले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस जत्थे में 16 लोग शामिल हैं जिनमें कुछ महिलाएं और बच्चे भी हैं. उमरा वीजा पर सऊदी जाने के बाद ये लोग वहां मक्का में भीख मांगते हैं. भीख से होने वाली कमाई में से एक हिस्सी अपने ट्रैवल और वीजा एजेंट को देते हैं और बाकी को अपनी कमाई के तौर पर रख लेते हैं. भीख मांगने के इस धंधे का खुलासा होने के बाद इमिग्रेशन और केंद्रीय जांच टीम अलर्ट पर है.
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बच्चों को बनाया जाता है इंटरनेशनल भिखारी
सूत्रों के मुताबिक, सऊदी अरब और खाड़ी देशों में भीख मांगने का एक व्यवस्थित नेटवर्क है. इसके तहत बच्चों को खास तौर पर तैयार किया जाता है क्योंकि आम तौर पर तीर्थ यात्री बच्चों को आसानी से भीख दे देते हैं. पाकिस्तान से आने वाले भिखारियों से परेशान होकर सऊदी अरब सरकार और हज प्रशासन ने इस बार ऐलान किया था कि रमजान के दौरान भीख न मांगें. पाकिस्तानी सीनेट ने खुद अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि ये भिखारी अक्सर सऊदी अरब की ग्रैंड मस्जिद और उसके आसपास के इलाकों में पॉकेटमारी जैसे छोटे-मोटे अपराधों में शामिल होते हैं.
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