अमेरिका ने भारत पर लगाया अलगाववादी पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप, कनाडा की तरह बिगड़ेंगे हालात

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 27, 2023, 01:11 PM IST

US Accused India

America Accused India Over Gurpatwant Singh Pannu Death: कनाडा के बाद अब अमेरिका ने भारत पर सिख अलगाववादी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप लगाया है.

डीएनए हिंदी: कनाडा के बाद अब भारत पर अमेरिका ने भी अलगाववादी की हत्या के साजिश का आरोप लगाया है. कुछ दिन पहले ही कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था. कनाडा के पीएम के इस आरोप के बाद दोनों देशों के बीच अस्वाभाविक तनाव पैदा हो गया था. दोनों देशों के राजनयिक रिश्ते अपने सबसे खराब दौर में पहुंच गए थे. अब अमेरिका ने भारत पर अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप लगाया है. इसके बाद से इस बात की आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं दोनों देशों के बीच रिश्ते फिर से अपने सबसे खराब स्तर पर तो नहीं पहुंच जाएंगे. 

अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने भी सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि अमेरिका ने सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश नाकाम की है. अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने अपने देश की जमीन पर एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश को नाकाम किया है. माना जा रहा है कि अलगाववादी से पन्नू की ओर इशारा है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस अलगाववादी की हत्या की साजिश में भारत के शामिल होने का शक है. 

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कनाडा की ही तरह नहीं दिया कोई प्रमाण
जस्टिन ट्रूडो ने जब अपने देश की संसद में भारत पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था तब कोई सबूत पेश नहीं किया था. इसके बाद अखबार में जिस सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट की गई है उसमें कोई पुख्त प्रमाण नहीं दिए गए हैं. रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि यह घटना कब की है और किस दौरान अमेरिकी एजेंसियों ने इस साजिश को नाकाम किया है. न्यूयॉर्क के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पन्नू की हत्या को लेकर एक सीलबंद केस दर्ज किया गया है.

भारत और अमेरिका के संबंधों में आएगी दरार? 
फाइनेंशियल टाइम्स के रिपोर्ट में डिप्लोमैटिक वॉर्निंग का भी दावा किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले को लेकर अमेरिका ने भारत को डिप्लोमैटिक वॉर्निंग भी दी थी. जून में पीएम मोदी जब अमेरिका गए थे तब भी अमेरिका ने इसका विरोध किया था. अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या इसके बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में दरार पैदा हो सकती है. कनाडा और भारत के बीच अस्वाभाविक तनाव के बाद क्या अमेरिका के साथ भी द्विपक्षीय रिश्ते खराब होंगे. 

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