बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस (Mohammad Younus) के हाथ से हालात बेकाबू हो रहे हैं. शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. स्थिति बेकाबू होते देखकर सरकार ने अब सेना को मैजिस्ट्रेट स्तर की शक्तियां दी गई हैं. अब सेना के पास गिरफ्तारी का भी अधिकार होगा. इससे देश में सैन्य शासन के जैसे हालात बनने की भी आशंका नजर आ रही है.
सरकार ने जारी किया आदेश
बांग्लादेश सरकार के हालिया आदेश के मुताबिक, सेना के अधिकारी अगले 60 दिनों तक पूरे बांग्लादेश में जिला मैजिस्ट्रेट की देखरेख में काम करेंगे. सैन्य अधिकारी बतौर कार्यकारी मैजिस्ट्रेट काम कर सकेंगे और उनके पास पद की निहित सभी शक्तियां होंगी. डेली मेल के मुताबिक, अब सेना के पास पहले से भी कहीं ज्यादा शक्ति होगी. बांग्लादेश में इतिहास में सैन्य तानाशाही का दौर रहा है.
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सेना के पास होगा गिरफ्तारी का अधिकार
डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, नए आदेश के बाद सेना के पास अब पहले से ज्यादा शक्तियां होंगी. सेना अब लोगों को गिरफ्तार कर सकती है या हिरासत में ले सकती है. आत्मरक्षा या परिस्थितियों के मुताबिक, गोली मारने का भी अधिकार होगा. ऐसे में सैन्य शासन की तरफ बांग्लादेश के बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. बांग्लादेश के मौजूदा संकट पर भारत समेत दुनिया के कई और देशों ने भी चिंता जताई है.
शेख हसीना के पद छोड़ने के बाद से अब तक देश के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी और हिंसक झड़प की घटनाएं हो चुकी हैं. कई शहरों में हिंदुओं की दुकानों और बस्तियों को भी जलाने का काम किया गया है. अल्पसंख्यकों पर हिंसा को लेकर भारत ने अपनी चिंता जाहिर की थी.
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