बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद हिंदुओं के खिलाफ हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. इसी बीच अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे हैं. मंदिर पहुंचने के बाद उन्होंने हिंदू समुदाय के लोगों से मुलाकात की भी की. ऐसे में ये अटकलें लगाई जा रहीं हैं कि शायद ये बांग्लादेश में हुई हिंसा पर मरहम लगाने की कोशिश है.
हिंदू मंदिर पहुंचे मोहम्मद यूनुस
बांग्लादेश में कई दिनों से हिंसा भड़की हुई है. इसी बीच अब एक नई खबर सामने आई है. बता दें कि मोहम्मद यूनुस ने ऐसे समय पर हिंदू मंदिर का दौरा किया है. एक तरफ बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मोहम्मद यूनुस के ढाकेश्वरी देवी मंदिर का दौरा करने से बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं के मन में एक उम्मीद जाग गई है.
मोहम्मद यूनुस ने कही ये बात
जानकारी के अनुसार, मोहम्मद यूनुस ने कहा कि देश को संकट की स्थिति से बाहर निकालने के लिए लोगों को बांटने की बजाए उन्हें एकजुट करना चाहिए. इस तरह के चुनौतीपूर्ण समय में में सभी को धैर्य रहना चाहिए.उन्होंने कहा कि हम ऐसा बांग्लादेश बनाना चाहते हैं, जो एक परिवार की तरह हो और परिवार के अंदर भेदभाव और झगड़े का सवाल ही नहीं पैदा होता. हम सभी बांग्लादेश के लोग हैं. हम सभी ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम यहां शांति से रहें.
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क्या है मंदिर का इतिहास
51 शक्तिपीठों में से एक ढाकेश्वरी मंदिर बांग्लादेश के सबसे बड़े और प्रमुख मंदिरों में से एक है. इस मंदिर को बांग्लादेश का राष्ट्रीय मंदिर भी कहा जाता है. ढाकेश्वरी देवी के नाम पर ही ढाका का नाम पड़ा था. इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में सेन वंश के राजा बल्लाल सेन ने करवाया था. दुर्गा पूजा के दौरान बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं.
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