बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीन के इस्तीफे की मांग करने वाले का गुस्सा चरम पर है. यां एक बार फिर लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के लिए निकल चुके हैं. रविवार को भड़की इस हिंसा में 72 लोगों का मौत हो गई थी, अब ये आंकड़ा बढ़ कर 100 हो गया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए स्टेन ग्रेनेड और आंसू गैंस के गोले का इस्तेमाल किया. लेकिन, हिंसा इस कदर भड़क चुकी है कि उस पर काबू पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है. हालात को देखते हुए पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.
क्यों भड़की हिंसा
बांग्लादेश में छात्र संगठन सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली खत्म करने की मांग कर रहे हैं. इस मामले में छात्र प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. पिछले महीने शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पहली बार सरकार ने ये कदम उठाया है. मामूली विरोध से शुरु हुआ ये प्रदर्शन अब भयेंकर रूप ले चुका है और पूरे देश में अब तक इसके कारण हुई हिंसा में 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. सबसे ज्यादा और हिंसक प्रदर्शन राजधानी ढाका में देखने के लिए मिला है.
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MEA ने जारी की एडवाइजरी
बांगलादेश में जारी हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को फिलहाल बंग्लादेश की यात्रा न करने को लेकर एडवाइजरी जैरी की है. साथ ही मौजूदा समय में बंगलादेश में रह रहे भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने और अपने मूवमेंट को कम से कम रखने की सलाह दी है. भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए आपातकालीन फोन नंबरों के माध्यम से ढाका में भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी है.
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