रूस और यूक्रेन का युद्ध पिछले दो सालों से थमने का नाम नहीं ले रहा है. यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को पर करीब 11 हमलावर ड्रोन से ताजा हमला किया है. रूस के रक्षा अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को हुआ ये हमला युद्ध शुरू होने के बाद का सबसे बड़ा हमला है. बीते 6 अगस्त को ही यूक्रेन के जनरल सिर्स्की के बयान ने रूस समेत पूरी दुनिया को चौंका दिया था जब जनरल ने दावा किया कि यूक्रेन की सेना ने कुर्स्क इलाके में करीब 30 से 35 किलोमीटर क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है. अब ये युद्ध प्रमुख तौर पर पूर्वी यूक्रेन के गांव, खाली मैदान और खेतों में चल रहा है, जहां दोनों देशों के सैनिक ड्रोन और तोप से एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं.रक्षा विशेषज्ञ बताते हैं कि 6 अगस्त के हमले के बाद अब यह युद्ध और भीषण हो गया है.
लगातार नुकसान झेल रहा है रूस
पिछले कुछ महीनों से यूक्रेन ने रूस की तेल रिफाइनरियों और हवाई ठिकानों को लगातार ड्रोन से हमला कर निशाना बनाया है.लगातार हमले से रूसी सेनाओं को नुकसान पहुंचा है. लेकिन रूस की राजधानी मॉस्को, जहां 2 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं, वहां पर ऐसे बड़े हमले अभी तक कम ही देखने को मिले हैं.
एयर डिफेंस ने हमले को किया नाकाम
बुधवार को हुए हमले के बाद रूसी रक्षा अधिकारी ने बताया कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम ने यूक्रेन के 45 ड्रोनों को नष्ट कर दिया है, जिसमें राजधानी मॉस्को के इलाके में 11 और ब्रायंस्क के बॉर्डर इलाके में 23, बेलगोरोद क्षेत्र में 6, कलुगा में 3 और कुर्स्क क्षेत्र में 2 ड्रोन शामिल हैं. मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि पोदोलस्क शहर के ऊपर कई ड्रोन्स मार गिराए गए हैं. आपको बता दें कि यह शहर मॉस्को क्षेत्र में ही स्थित है और क्रेमलिन से लगभग 38 किलोमीटर दक्षिण में बसा हुआ है. बुधवार सुबह टेलीग्राम के जरिए सोब्यानिन ने बताया कि यह मॉस्को पर ड्रोन का उपयोग करके हमला करने की सबसे बड़ी कोशिश थी. लेकिन राजधानी मॉस्को की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत थी कि उसने दुश्मन के सभी ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया.
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इस हमले के बाद मॉस्को में जनजीवन सामान्य रहा, राजधानी में चल रहे कैफे और दुकानों में भी सामान्य गतिविधियां पहले की तरह बहाल रहीं. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रेमलिन में चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की. इसी बीच रूस अब लगातार पूर्वी यूक्रेन में आगे बढ़ रहा है, जहां उसका नियंत्रण करीब 18% क्षेत्र पर हो गया है. बीते 6 अगस्त को कुर्स्क इलाके में यूक्रेनी सेना द्वारा किया गया हमला दूसरे विश्व युद्ध के बाद रूस की धरती पर अब तक का सबसे बड़ा विदेशी हमला था.
यूक्रेन के दौरे पर पीएम मोदी
गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन के दौरे पर जा रहे हैं. इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजर बनी हुई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरे पर कई अहम मुद्दों पर बातचीत हो सकती है, साथ ही 2 सालों से भी अधिक समय से चल रहे इस युद्ध को रोकने पर भी चर्चा हो सकती है.
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