Rishi Sunak UK PM Race: ऋषि सुनक ही होंगे ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री, दूसरे राउंड के बाद बनाई बड़ी बढ़त  

| Updated: Jul 14, 2022, 11:30 PM IST

ऋषि सुनक

Rishi Sunak News: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने के एक कदम और करीब पहुंच गए हैं. दूसरे राउंड की वोटिंग के बाद भी वह टॉप पर बरकरार हैं. सुनक को लेकर भारतीय मीडिया और ब्रिटेन में रह रहे भारतीयों के बीच काफी उत्साह है. सोशल मीडिया पर भी वह लगातार ट्रेंड कर रहे हैं.  

डीएनए हिंदी: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ही ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के लिए हुए मतदान के दूसरे दौर में ऋषि सुनक को 101 वोट मिले हैं. इस बढ़त के साथ अब उनका पीएम बनना तय माना जा रहा है. दूसरे राउंड में निकटतम प्रतिद्वंद्वी पेनी मोर्डंट 83 वोट और विदेश मंत्री लिज ट्रूस 64 वोट मिले हैं. सुनक ने पहले राउंड में ही 88 वोटों के साथ अपनी अच्छी बढ़त बना ली थी. दोनों राउंड की वोटिंग के बाद वह पहले स्थान पर हैं. 

Britain Next PM इस प्रक्रिया से चुना जाएगा 
ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के एक और कदम करीब आ गए हैं. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के चुनाव के लिए आयोजित दूसरे दौर की वोटिंग में बढ़त के साथ उनके लिए आगे का रास्ता साफ हो गया है. ब्रिटेन के नियमों के मुताबिक, वोटिंग के अगले 5 चरण पूरे होने पर अगले गुरुवार तक रेस में सिर्फ 2 ही नेता बचेंगे और उनमें से ही विजेता चुना जाएगा.

सभी राउंड की गिनती के बाद कंजर्वेटिव पार्टी का नेता घोषित किया जाएगा. नए नेता के नाम के ऐलान के साथ ही यह तय हो जाएगा कि ब्रिटेन का अगला पीएम कौन होगा और उसे पद की शपथ दिलाई जाएगी. जब तक नए प्रधानमंत्री शपथ नहीं लेते हैं तब तक बोरिस जॉनसन कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे. नए प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण 5 सितंबर को है और 7 सितंबर को उनसे पहली बार संसद में विपक्षी दल सवाल करेंगे. 

यह भी पढ़ें: British PM Selection: पहले राउंड की वोटिंग में ऋषि सुनक को सबसे ज्यादा वोट

भारत के दामाद हैं सुनक 
ऋषि सुनक का अगला पीएम बनना तय माना जा रहा है और यह भी तय है कि एक और भारतीय मूल का नाम इतिहास में दर्ज हो जाएगा. सुनक के लिए सोशल मीडिया पर 'भारत के दामाद' शब्द का खूब प्रयोग हो रहा है. सुनक इन्फोसिस के चेयरमैन रह चुके नारायण मूर्ति के दामाद हैं. 

ऋषि सुनक पहली बार 2015 में संसद पहुंचे थे और उन्होंने खुलकर बोरिस जॉनसन का समर्थन ब्रेक्जिट के मुद्दे पर किया था. जॉनसन की कैबिनेट में वह वित्त मंत्री का पद संभाल चुके हैं. बतौर वित्त मंत्री वह ब्रिटेन के विकास के लिए यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने की जरूरत पर जोर देते थे. उनका मानना है कि यूरोपियन यूनियन से निकलने पर ब्रिटेन के छोटे उद्योगों को फायदा होगा. 

यह भी पढ़ें: British PM Selection: ऋषि सुनक बुकीज की पहली पसंद, जानिए सट्टा बाजार में किसका कितना भाव

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों (Latest Newsपर अलग नज़रिया अब हिंदी में (Hindi Newsपढ़ने के लिए, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर  और इंस्टाग्राम पर.