'US की चेतावनी के बाद भारत के रुख में आया बदलाव', कनाडा के PM ट्रूडो ने फिर साधा निशाना

Written By रईश खान | Updated: Dec 20, 2023, 10:47 PM IST

canada pm justin trudeau

अमेरिका ने हाल ही में आरोप लगाया था कि निखिल गुप्ता नाम का व्यक्ति सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में भारत सरकार के एक कर्मचारी के साथ काम कर रहा था.

डीएनए हिंदी: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के मामले में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) तेवर फिर बदल गए हैं. ट्रूडो ने एक बार फिर भारत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका की चेतावनी के बाद भारत के सुर बदल गए हैं. ट्रूडो ने कहा कि पन्नू की हत्या में कथित भारतीय नागरिक का हाथ होने को लेकर जब से अमेरिका ने भारत को चेताया है, उसके रुख में भारी बदलाव आया है.

जस्टिन ट्रूडो ने सीबीसी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिका ने भारत सरकार को अधिक शांत रुख अपनाने के लिए मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि भारत को शायद एहसास हो गया कि वह इस मुद्दे पर हमेशा आक्रामक रुख अख्तियार नहीं कर सकता. यही वजह है कि अब भारत में सहयोग करने को लेकर अब खुलेपन की भावना आ गई है, जो पहले नहीं दिखाई दे रही थी.

ट्रूडो ने भारत पर फिर साधा निशाना
ट्रूडो ने कहा कि भारत शायद समझ गया है कि कनाडा के खिलाफ लगातार हमले से यह समस्या दूर नहीं होने वाली है. कनाडा के प्रधानमंत्री ने इसी साल सितंबर में आरोप लगाया था कि कनाडा में खालिस्तान नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित भारत की संलिप्तता है. हालांकि कुछ घंटें बाद भारत ने ट्रूडो के दावों को बेतुका और प्रेरित कहकर खारिज कर दिया था. 

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ट्रूडो ने सीबीसी को बताया कि निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा अभी भारत के साथ लड़ाई की स्थिति में नहीं रहना चाहता और इसके बजाय व्यापार समझौते और इंडो-पैसिफिक रणनीति को आगे बढ़ाने पर काम करना चाहता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि कनाडा के लिए लोगों के अधिकारों लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन के लिए खड़ा होना मूलभूत बात है. यही हम करने जा रहे हैं. जबकि नई दिल्ली ने अमेरिकी सरकार द्वारा उठाई गई सुरक्षा चिंताओं पर गौर करने के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया है. साथ ही ओटावा से ट्रूडो के आरोपों के समर्थन में ठोस सबूत दिखाने के लिए कहा है.

PM मोदी ने पहली बार दी थी प्रतिक्रिया
भारत ने कहा कि वह केवल विशिष्ट और प्रासंगिक जानकारी मांग रहा है, ताकि कनाडाई जांचकर्ताओं को उनके निष्कर्ष तक पहुंचने में मदद मिल सके. अमेरिकी आरोपों पर अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स अखबार से कहा कि इस मुद्दे की जांच की जाएगी, लेकिन कुछ घटनाएं भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को पटरी से नहीं उतार सकतीं. पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई हमें जानकारी देता है, तो हम निश्चित रूप से उस पर गौर करेंगे. अगर हमारे किसी नागरिक ने कुछ भी किया है, अच्छा या बुरा, तो हम उस पर गौर करने के लिए तैयार हैं. हमारी प्रतिबद्धता कानून के शासन के प्रति है. (PTI इनपुट के साथ)

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