'मैं स्वर्ग गई, परिवार देखा, नरक की चीखें नहीं सहन कर पाई..., 11 मिनट की मौत में 68 वर्ष की महिला ने क्या-क्या देखा

Written By मीना प्रजापति | Updated: Oct 17, 2024, 07:13 PM IST

कंसास के विचिता की शार्लेट होल्म्स ने बताया कि वे 11 मिनट के लिए मृत घोषित कर दी गई थीं. इस बीच उन्होंने स्वर्ग के दर्शन किए और नरक की झलकियां भी देखीं.

Died For 11 Minutes: कंसास के विचिता की रहने वाली 68 वर्ष की शार्लेट  होल्म्स ने हैरान कर देने वाले अनुभव साझा किए हैं. साल 2019 में उन्होंने मौत को बहुत नजदीक से देखा. उनका दावा है कि हाई बीपी की वजह से उन्हें अस्पताल में 
एडमिट होना पड़ा. शार्लेट को क्लीनिकली मृत घोषित कर दिया गया था. वे 11 मिनट के लिए मृत थीं. हालांकि, 11 मिनट के बाद वे जिंदा हो गईं. 

चार्लोट ने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वे उस वक्त अपने शरीर से ऊपर महसूस कर रही थीं. वे अपने शरीर से ऊपर बह रही थीं. डॉक्टरों को उनके ऊपर काम करते हुए देख रही थीं. वो देख रही थीं कि डॉक्टर उन्हें जिंदा करने के लिए क्या-क्या कोशिशें कर रहे थे. चार्लोट ने स्वर्ग के सुंदर नजारे भी दखे. उन्होंने सफेद रंग की सुंदर वातावरण के बारे में बताया. खूब सारी घास, हरियाली और सभी तरफ सुंदर फूलों को देखा. सभी संगीत सुन रहे थे और खुश थे. ईश्वर की बनाई सभी सुंदर कृतियं के प्रति सभी धन्यवाद ज्ञापन कर रहे थे. इस सपने जैसी दुनिया को उन्होंने स्वर्ग कहा. 

चार्लोट ने बताया कि उन्होंने स्वर्ग में अपने परिवार को देखा. सभी बहुत जवान दिख रहे थे. किसी की आंखों पर चश्मा नहीं लगा था. सभी  शांत और खुशहाल थे. सबसे खूबसूरत पल उनके लिए उस दिव्य रौशनी के दर्शन थे जिसे उन्होंने भगवान कहा. उन्होंने अपने उस बेटे को भी देखा जो जन्म से पहले ही मर गया था. भगवान ने मुझे बताया कि स्वर्ग में आत्माएं बढ़ती रहती हैं. उन्होंने कहा कि मरने के बाद मैं मेरे बिछड़ों से मिली. 

जब नरक को देखा...
चार्लोट का दावा है कि वे 11 मिनट के लिए मृत थीं. इस जर्नी में उन्होंने नरक के अनुभव भी बताए. उन्होंने नरक के डरावने दृश्य और डराने वाली आवाजों के बारे मं बताया. गंदी बदबू और जोर-जोर से चीखें. भगवान ने ये सब मुझे इसलिए दिखाया कि हम सही का चुनाव कर  सकें. उन्होंने जीवन की महत्ता और नैतिक रास्तों पर चलने पर जोर दिया. 

जब वापस जिंदा हुईं....
इसी बीच एकदम से उनकी जान उनके शरीर में आ गई. अस्पताल में जिंदा हो गईं. हैरान कर देने वाले तरीके से 2 हफ्तों में उन्होंने अपने शरीर में वापस जान पाई. चार्लोट को इस तरह का अनुभव हुआ है जिसे वे सभी के साथ शेयर करना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि जिंदगी के इतर भी एक दुनिया है. अपने इस अविस्मरणीय अनुभव के जरिए चार्लोट ने स्वर्ग और परलोक के अनुभव साझा किए. 


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तबसे साझा कर रही हैं अनुभव
चार्लोट होल्म्स ने अपनी 11 मिनट की मृत्यु में जो अनुभव किए उन्हें वे 2019 से अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स से शेयर करती रहीं हैं. 700 क्लब में भी उन्होंने अपने अनुभव शेयर किए. जिन लोगों को वो अपने अनुभव साझा कर रही थीं उन्हें ये भरोसा होने लगा है कि 'स्वर्ग असलियत' है. चार्लोट होम्स ने 28 नवंबर, 2023 को 72 वर्ष की आयु में अपनी मृत्यु तक अपनी कहानियां साझा करना जारी रखा. प्रेम, नुकसान और मृत्यु के बाद के जीवन में विश्वास की अपनी उल्लेखनीय कहानी के साथ, चार्लोट एक विरासत छोड़ती है और लोगों को इस जीवन से परे के जीवन के बारे में अपने व्यक्तिगत विश्वासों का पता लगाने के लिए चुनौती देती है और प्रोत्साहित करती है.

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