डीएनए हिन्दी: चीन की कुटिल चाल का एक और बड़ा खुलासा हुआ है. दुनिया इधर माहामारी से जूझ रही थी, इसी बीच चीन ने एक कृत्रिम द्वीप (China Artificial Island) पर मजबूत सैन्य अड्डा बना लिया है. दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में चीन पर कई कृत्रिम द्वीपों के निर्माण के आरोप लगते रहे हैं. हाल ही में दक्षिण चीन सागर (South China Sea) के स्प्रैटली द्वीप समूह के पास चीन द्वारा बनाए गए कृत्रिम द्वीप की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. ये तस्वीरें पूरी दुनिया को चिंता डालने वाली हैं.
तस्वीरों से पता चलता है कि चीन ने इस कृत्रिम द्वीप को अभेद्य दुर्ग में तब्दील कर दिया है. इस द्वीप पर उसने एक बड़ा रनवे भी बना लिया है. साथ ही अत्याधुनिक रडार सिस्टम भी तैनात हैं. यही नहीं, यहां मजबूत सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर भी डेवलप कर लिया गया है. ये तस्वीरें फोटोग्राफर एज्रा अकायन ने अपने कैमरे में कैद की हैं.
तस्वीरों से पता चलता है कि कृत्रिम द्वीप के हर कोने पर टावर बनाए गए हैं और इन टावरों पर अत्याधुनिक नेवल गन तैनात हैं. वहीं द्वीप के बीच में स्थित एक बल्डिंग पर बड़ा सा रडार लगा है. एक्सपर्ट बता रहे हैं कि इन हथियारों की मदद से द्वीप के आसपास हवाई और नेवल खतरे से चीन निपट सकता है.
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इस द्वीप ट्रक माउंटेड रडार भी तैनात किया गया है. इसे यूं तैनात किया गया है कि सैटेलाइट सिस्टम से इसका पता नहीं चल पाए. यही नहीं, यहां एक बड़ा से हेलिपैड भी बनाया गया है.
चीन पर लंबे समय से सैन्यीकरण के लिए कृत्रिम द्वीपों को विकसित करने के आरोप लगते रहे हैं. पहली बार इसके किसी द्वीप की इतनी साफ तस्वीरें दुनिया के सामने आई हैं. मुख्य टर्मिनल के पास छोटे लड़ाकू विमानों के लिए हैंगर का भी निर्माण किया गया है.
एज्रा अकायन की तस्वीरों में एक प्लेन भी दिखाई दे रहा है. लेकिन, इसकी पहचान नहीं हो पा रही है कि यह किस तरह का विमान है. यह चार इंजन वाला टर्बोप्रॉप प्लेन की तरह दिख रहा है. अनुमान है कि यह चीन का वाई-9 प्लेन हो सकता है.
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सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रणनीतिक रूप से इस द्वीप का बड़ा महत्व है. यह द्वीप वियतनाम, फिलीपिन्स, इंडोनेशिया, मलेशिया के बीच में स्थित है. यही नहीं क्वाड देश ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच में भी है.
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