फिर से आएगा कोरोना जैसा जानलेवा वायरस, सुनिए चीन की 'बैट वुमेन' ने क्या कहा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 25, 2023, 07:29 PM IST

Virologist Shi Zhengli

 

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Corona News: वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की शी झेंगली और उनके साथियों ने 40 विभिन्न कोरोना वायरस प्रजातियों का मूल्यांकन किया. आइए आपको बताते हैं कि शी झेंगली ने क्या कुछ दावे किए हैं.

डीएनए हिंदी: चीन की प्रसिद्ध वॉयरोलॉजिस्ट शी झेंगली ने भविष्य में एक नए कोरोना वायरस आने की चेतवानी दी है. शी ने हाल में ही सहयोगियों के साथ लिखे एक पेपर में चेतावनी दी है कि दुनिया को कोविड 19 जैसी एक और बीमारी के लिए तैयार रहना चाहिए.  इस महामारी से बचाव के लिए अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. शी झेंगली और उनकी टीम ने रिसर्च के दौरान खासकर ऐसे वायरस पर गहराई से अध्ययन किया, जो जानवरों के जरिए इंसानों में फैलते हैं. 

 शी झेंगली जानवरों से उत्पन्न होने वाले वायरस पर अपने शोध के लिए जानी जाती हैं. चीन की वुहान लैब से जुड़ीं वैज्ञानिक शी झेंगली दुनियाभर में ‘बैटवुमेन’ के नाम से चर्चित हैं. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, यह दावा उनकी विशेषज्ञता पर आधारित है क्योंकि कोरोना वायरस पहले 2003 सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम(SARS) और कोविड-19 महामारी जैसी बड़ी महामारी का कारण रह चुका है. शी झेंगली ने टीम के साथ 40 विभिन्न कोरोना वायरस प्रजातियों का मूल्यांकन किया. जिसमें से आधे से ज्यादा को बेहद खतरनाक बताया है. रिपोर्ट में कहा गया कि इनमें से छह पहले से ही इंसानों में बीमारियों पैदा कर चुके हैं और अन्य 3 ने पशुओं को संक्रमित किया था. 

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 वॉयरोलॉजिस्ट शी झेंगली ने कोरोना को लेकर किए ऐसे दावे 

शी झेंगली और उनके साथियों द्वारा किए गए शोध के परिणामों में दावा किया गया है कि आने वाले समय में बीमारी का उभरना लगभग तय है. यह अध्ययन वायरल लक्षणों के विश्लेषण पर आधारित था, जिसमें जनसंख्या, आनुवंशिक विविधता, मेजबान प्रजातियां और जूनोसिसका पिछला इतिहास शामिल है.  शोधकर्ताओं ने इन बीमारियों को पैदा करने वाले वायरसों की पहचान की, जिसमें सामने आया कि इसमें चमगादड़ और कुतरन वाले जीव या ऊंच, सिवेट, सूअर और पैंगोलिन सहित कई तरह के जानवर शामिल हैं.

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शी झेंगली के दावों पर उठ रहे हैं सवाल 

शी झेंगली के शोध पर सवाल उठ रहे हैं, इसके पीछे की वजह है कि वह चीन के उसी वुहान लैब में काम करती हैं, जहां कुछ अमेरिकी राजनेताओं को संदेह है कि कोविड-19 वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में रिसाव के कारण फैला था. जानकारी के लिए बता दें कि चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झेंगली ने 1990 में रिसर्च अस्सिटेंट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. उसके बाद वह इस आगे बढ़ती गईं. वह अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ माइक्रोबायोलॉजी झेंगली को दुनिया के टॉप 109 साइंटिस्ट में शुमार कर चुकी है. 

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