डीएनए हिंदी: चीन (China) के सिचुआन प्रांत में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 रही. कई किलोमीटर दूर तक महसूस किए गए इस भूकंप की वजह से हुई मौतों का आंकड़ा अब बढ़ता जा रहा है. शुरुआती पड़ताल में जहां सिर्फ 7 मौतें दर्ज हुई थीं, वहीं अब यह संख्या 50 के करीब पहुंच गई है. इसी के साथ कई लोगों के घायल होने की खबर है. अब भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
अब तक हो चुकी है 46 लोगों की मौत
स्थानीय समयानुसार सोमवार दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर यह भूकंप आया था. इसका केंद्र लुडिंग के पास यान शहर था. हालांकि इसके झटके कई किलोमीटर दूर तक महसूस किए गए. अब तक 46 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः मुंबई लाया जा रहा साइरस मिस्त्री का पार्थिव शरीर, कल 10 बजे होगा अंतिम संस्कार
जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
इस भूकंप के दौरान कई लोगों की मौत और जख्मी होने के साथ संसाधनों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. कई ऐसी तस्वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें इमारतों को हिलते और सामानों को गिरते देखा जा सकता है. इसी के चलते अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 50 हजार के करीब लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
संवेदनशील है सिचुआन प्रांत
सन् 2013 में भी सिचुआन प्रांत के यान में ऐसा ही भीषण भूकंप आया था. इसमें 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों घायल हो गए थे. इससे पहले सन् 2008 में भी सिचुआन प्रांत में विनाशकारी भूकंप आय़ा था. इसमें करीब 90,000 लोगों की मौत हुई थी. इन दिनों चीन कोरोना की चपेट में भी है और इसी के चलते यहां लॉकडाउन जैसे हालात भी बने हुए हैं. अब भूकंप से मची इस तबाही ने लोगों की मुश्किल और बढ़ा दी है.
ये भी पढ़ें- KCR, लालू यादव के बाद राहुल गांधी से भी मिले नीतीश कुमार, तस्वीरों में देखिए सुशासन बाबू की 'दिल्ली दौड़'
क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
ये भी पढ़ें- Liz Truss Cabinet: लिज ट्रस बदलेंगी पूरी कैबिनेट, क्या ऋषि सुनक भी रहेंगे नई PM की टीम का हिस्सा?
भूकंप आने पर कैसे करें बचाव
अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं.
अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.