डीएनए हिंदी: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी साम्राज्यवादी कोशिशों से कभी बाज नहीं आते हैं. अब वह अपने देश के बच्चों को भी जंग के लिए नए सिरे से तैयार कर रहे हैं. संभावित जंग के लिए अभी से बच्चों और युवाओं को मिलिट्री ट्रेनिंग दी जा रही है. चीन में सात साल से कम उम्र के हजोरों बच्चों के लिए एथलेटिक्स कैंप के नाम पर ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रेनिंग सेंटर का आयोजन शंघाई शहर में किया गया है जहां 932 एथलीट्स हिस्सा ले रहे हैं. सात दिन तक चलने वाली ट्रेनिंग में युवाओं और बच्चों को हर तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें शारीरिक और मानसिक दोनों तौर पर मजबूत बनाने वाले प्रोग्राम शामिल किए गए हैं.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि असली मुकाबले के लिए हमें हर वक्त तैयार रहना है. उनके बयान का आशय यु्द्ध स्थिति से था. अब बच्चों और युवा एथलीट्स को दी जाने वाली मिलिट्री ट्रेनिंग उनके इसी विचार का अमली जामा लग रहा है. शंघाई स्पोर्ट्स ब्यूरो का कहना है कि इन एथलीट्स को चीन की सेना की युद्ध भावना सीखने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है.
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7 से 25 साल तक के युवाओं को दी जा रही है ट्रेनिंग
मेंस जिम्नास्टिक टीम के हेड कोच ही यूक्सियाओ ने बताया कि ट्रेनिंग के लिए चुने गए एथलीट्स की उम्र 7 साल से लेकर 25 साल तक है. उन्होंने कम उम्र के बच्चों को लेकर कहा कि ट्रेनिंग का उद्देश्य और प्रक्रिया एक समान है. किसी की भी उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता. ट्रेनिंग सेशन के लिए टाइम टेबल और कठोर अनुशासन का भी पालन किया जा रहा है.
अनुशासन और युद्ध भावना के लिए है तैयारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की इस ट्रेनिंग का मकसद अपने युवाओं को युद्ध के लिए तैयार करना है. बच्चों और युवाओं को कठोर अनुशासन में रहने और आपात स्थिति के लिए तैयार करने की योजना है. इसमें शारीरिक और मानसिक दोनों मजबूती पर ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही, एथलीट्स को लंबे घंटों तक एक्टिव रहने से लेकर मुश्किल परिस्थितियों में धैर्य और फैसले लेने की क्षमता जैसी चीजों पर भी काम किया जा रहा है.
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