'तानाशाह Xi Jinping, तुम्हारा वक्त खत्म', जानें क्यों हो रहा है फ्रांस में चीन के राष्ट्रपति का विरोध

Written By Utkarsha Srivastava | Updated: May 06, 2024, 08:19 PM IST

China President Xi Jinping France Visit: चीन के राष्ट्रपति का फ्रांस दौरा

Xi Jinping का यूरोप यात्रा चुनौतियों से भरा हुआ है. पहले दिन ही फ्रांस में उनके काफिले को जबरदस्त प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. जानें चीन के राष्ट्रपति के सामने क्या-क्या है मुसीबतें.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) इन दिनों फ्रांस (France) और चीन के बीच राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे का जश्न मना रहे हैं. जिसके लिए वो 2 दिन के दौरे पर फ्रांस पहुंचे हैं लेकिन यहां पर उनकी जमकर बेइज्जती हो रही है. सोमवार को पेरिस में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Protest Against Xi Jinping) हुआ है और कई लोग 'तानाशाह Xi Jinping, तुम्हारा वक्त खत्म' के नारे लगते हुए दिखाई गिए. जिनपिंग ने लोगों के गुस्से और विरोध प्रर्दशन को पूरी तरह इग्नोर किया है लेकिन सोशल मीडिया पर सिर्फ इसी की चर्चाएं चल रही हैं.

Xi Jinping के सामने हैं ये चुनौतियां
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 2019 के बाद यानी पांच सालों बाद फ्रांस दौरे पर आए हैं. उन्होंने कहा है कि वो पश्चिमी यूरोप के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं. हालांकि, फ्रांस में उनके दौरे का विरोध शुरू हो गया है. ये विरोध तिब्बत की आजादी की मांग को लेकर है. सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के काफिले को 'फ्री तिब्बत' के झंडे दिखाए और 'तानाशाह शी जिनपिंग, तुम्हारा वक्त खत्म' के नारे भी लगाए. बता दें कि 23 मई 1951 को तिब्बत पर चीन ने जबरन कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से तिब्बत के लोग लगातार अलग-अलग तरह से विरोध दर्ज करा रहे हैं.


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लगे हैं ये आरोप भी
यही नहीं उइगर मुस्लिम समुदाय ने भी जिनपिंग पर मानवाधिकार के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए हैं और उनके दौरे का विरोध किया है. इसके अलावा फ्रांस के कई नेता यूक्रेन जंग में रूस का साथ देने पर जिनपिंग का विरोध करेंगे. उनका कहना है कि जिनपिंग पश्चिमी यूरोप के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं लेकिन यूक्रेन में रूस के युद्ध पर उनका रुख कुछ और ही कहता है.


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राजकीय भोज में उठेगा Russia-Ukraine का मुद्दा
जिनपिंग के फ्रांस दौरे की बात करें तो 5 मई को वो अपनी पत्नी पेंग लियुआन के साथ पेरिस पहुंचे, इस दौरान फ्रांस के प्रधानमंत्री गेब्रियल अटाल उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे. जिनपिंग आज 6 मई को यूरोपियन कमीशन की चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयेन और मैक्रॉन संग राजकीय भोज करेंगे, इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दे उठेंगे.

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