China vs America: अमेरिका ने फिर दिखाए तल्ख तेवर, नैंसी पेलोसी बोलीं- अधिकारियों को ताइवान की यात्रा करने से नहीं रोक सकता चीन

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 05, 2022, 12:40 PM IST

नैंसी पेलोसी

China vs America: लोसी ने चीन के कड़े विरोध के बावजूद ताइवान (Taiwan) की यात्रा की है. वह 25 साल में ताइवान की यात्रा करने वाली अमेरिकी संसद की पहली अध्यक्ष हैं.

डीएनए हिंदीः अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइवान यात्रा के बाद से चीन-अमेरिका में तनातनी बढ़ती जा रही है. अमेरिका ने साफ कर दिया है कि उसके अधिकारी चीन की यात्रा जारी रखेंगे. नैंसी पेलोसी ने यह बयान अपनी एशियाई यात्रा के अंतिम चरण में टोक्यो में दिया है. पेलोसी ने चीन के कड़े विरोध के बावजूद ताइवान (Taiwan) की यात्रा की है. वह 25 साल में ताइवान की यात्रा करने वाली अमेरिकी संसद की पहली अध्यक्ष हैं. पेलोसी ने कहा कि चीन ने ताइवान को अलग-थलग करने की कोशिश की, जिसमें हाल में उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन में शामिल होने से रोकना शामिल है.

हमें नहीं रोक सकता चीन-पेलोसी
पेलोसी ने कहा ‘‘वे (चीन) ताइवान को अन्य स्थानों पर जाने या भाग लेने से रोक सकते हैं लेकिन वे (चीन) हमें ताइवान की यात्रा करने से रोककर उसे पृथक नहीं करेंगे.’’ पेलोसी ने कहा कि ताइवान की उनकी यात्रा का मकसद द्वीप के लिए यथास्थिति में बदलाव लाना नहीं था बल्कि ताइवान जलडमरूमध्य में शांति बनाए रखना था. पेलोसी ताइवान में बड़ी मुश्किल से स्थापित किए गए लोकतंत्र की तारीफ की. साथ ही उन्होंने व्यापक समझौतों के उल्लंघन, हथियारों के प्रसार और मानवाधिकार समस्याओं के लिए चीन की आलोचना की. पेलोसी ने बुधवार को ताइपे में कहा था कि स्व-शासित द्वीप तथा दुनिया में कहीं भी लोकतंत्र के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता ‘‘अटल’’ है.  

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एशियाई दौरे पर थीं पेलोसी 
पेलोसी और संसद के पांच अन्य सदस्य सिंगापुर, मलेशिया, ताइवान और दक्षिण कोरिया की यात्रा करने के बाद गुरुवार देर रात टोक्यो पहुंचे. गौरतलब है कि ताइवान पर अपना दावा जताने वाले चीन ने पेलोसी की यात्रा को उकसावा बताया था और गुरुवार को ताइवान के आसपास के छह क्षेत्रों में मिसाइल दागने समेत सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया था. उसने धमकी दे रखी है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह ताइवान पर बलपूर्वक कब्जा जमा लेगा. इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शुक्रवार को कहा कि ताइवान की ओर लक्षित चीन का सैन्य अभ्यास एक ‘‘गंभीर समस्या’’ को दिखाता है, जिससे क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरा है.  

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जापान में गिरी चीन की मिसाइल
अभ्यास के तौर पर चीन द्वारा दागी गयी पांच बैलिस्टिक मिसाइलें जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरीं. किशिदा ने अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी और सांसदों के उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ सुबह के नाश्ते के बाद कहा कि मिसाइल प्रक्षेपणों को ‘‘तुरंत रोके’’ जाने की आवश्यकता है. जापान के रक्षा मंत्री नुबुओ किशी ने कहा कि जापान के मुख्य द्वीप के सुदूर दक्षिण में स्थित हातेरुमा में गुरुवार को पांच मिसाइलें गिरीं. उन्होंने कहा कि जापान ने यह कहते हुए चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया है कि मिसाइलों ‘‘जापान की राष्ट्रीय सुरक्षा और जापानी लोगों की जिंदगियों को खतरा है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं.’’ 
 
इनपुट-भाषा

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