ब्रिटेन में क्रिसमस पर हड़ताल करेंगे कर्मचारी, हालात संभालने के लिए सेना उतारेंगे ऋषि सुनक

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 18, 2022, 10:34 PM IST

Britain Strike

Britain Workers Strike: बेहतर सैलरी और काम के घंटों को लेकर ब्रिटेन के कई विभागों के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है.

डीएनए हिंदी: ब्रिटेन में ऋषि सुनक की सरकार (Britain Government) और ट्रेड यूनियन के बीच बात बनती नहीं दिख रही है. अब हजारों कर्मचारी क्रिसमस की छुट्टियों में हड़ताल (Christmas Strike) पर जाने वाले हैं. इसमें रेलवे, हेल्थ और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं. हड़ताल के माहौल में देश की व्यवस्थाओं को चालू रखने के लिए ऋषि सुनक (Rishi Sunak) अब ब्रिटेन की आर्मी को उतारने वाले हैं. कहा जा रहा है कि हड़ताली कर्मचारियों की जगह भरने के लिए सेना के लगभग 1200 जवानों को काम पर लगाया जाएगा. ब्रिटेन में काम का माहौल सुधारने और वेतन बढ़ाने संबंधी मांगों पर ऋषि सुनक सरकार ने कहा है कि इन मांगों को माना नहीं जा सकता है.

ब्रिटेन में हड़ताल का आयोजन अगले कुछ हफ्तों के दौरान किया जाना है. ब्रिटेन की सरकार ने हड़ताली कर्मियों की भरपाई के लिए 1200 जवानों को तैनात करने की योजना का ऐलान किया है ताकि जरूरी सेवाएं जारी रहें. प्रस्तावित हड़ताल में भाग लेने वालों में रेलवे  के कर्मचारी, स्वास्थ्यकर्मी, सीमा सुरक्षा स्टाफ शामिल हैं. ट्रेड और लेबर यूनियन वेतन बढ़ाने और काम की दशाएं अच्छी करने की मांग कर रही हैं. 

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'क्रिसमस के मौके पर लोगों को परेशान कर रही है यूनियन'
'द सन ऑन संडे' में रविवार को ऋषि सुनक ने एक लेख में कहा कि हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे रहे कर्मचारियों को एक उचित और किफायती प्रस्ताव दिया गया है. ऋषि सुनक ने लिखा, 'यूनियन क्रिसमस को ध्यान में रखकर खासकर गलत समय पर ट्रांसपोर्ट हड़ताल से लाखों लोगों को परेशान कर रही हैं.' सरकार ने यूनियन को बार-बार आगाह किया है कि वेतन में भारी बढ़ोतरी की उनकी मांग को मानने से ब्रिटेन मुद्रास्फीति के भंवर में फंस जाएगा जिसका सबसे गरीब लोगों पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ेगा. 

प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि विपक्षी दल लेबर ने भी माना है कि यूनियन की मांग पूरी नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रहे हैं कि लोगों को क्रिसमस पर वह मिल सके जिसके वे हकदार हैं. सेना आगे आई है और सेवाओं को यथा संभव जारी रखने के लिए हम अन्य उपायों को अपना रहे हैं.' इस बीच कई यूनियन के प्रमुखों ने आगाह किया है कि सेना एंबुलेंस चलाने या देश की सीमा की रक्षा करने के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित नहीं है अैर उन्हें इस स्थिति में नहीं डालना चाहिए. 

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नर्सों ने भी दी हड़ताल की धमकी
इस बीच नर्सों ने भी धमकी दी है कि अगर मंत्रियों ने अगले हफ्ते के बहिष्कार के बाद 48 घंटों में समाधान नहीं ढूंढा तो नए साल में और व्यापक पैमाने पर हड़ताल की जाएगी. एंबुलेंस चालकों की हड़ताल बुधवार को प्रस्तावित है जिसमें नर्स, रेलवे स्टाफ, पासपोर्ट अधिकारी और डाककर्मी शामिल हो रहे हैं.

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