आज से इन 6 देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी, कर्नाटक सरकार ने भी जारी की नई गाइडलाइन 

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 01, 2023, 09:43 AM IST

Corona BF.7 Variant

कर्नाटक सरकार ने कोरोना के खिलाफ जारी की नई गाइडलाइन. विदेशी यात्रियों की RT-PCR पॉजिटिव आने पर भी किया जाएगा होम क्वारंटाइन.

डीएनए हिंदी: चीन में हाहाकार मचाने के साथ ही दूसरे देशों में भी पैर पसार रहे कोरोना (Coronavirus) महामारी को लेकर अगले 40 दिन बहुत ही अहम है. इसी को देखते हुए भारत हाई अलर्ट पर है. कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने छह देशों से आने वाले यात्रियों RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. वहीं कर्नाटक सरकार ने विदेशियों के लिए 7 दिन क्वारंटाइन जरूरी करने के साथ ही कई गाइडलाइन जारी की है. 

नए साल के पहले महीने यानी जनवरी में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा है. इसी को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 40 दिनों को सबसे अहम माना गया है. संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने 1 जनवरी 2023 से भारत में इंटरनेशनल ट्रैवल को लेकर एयर सुविधा लागू कर दी है. अब चीन समेत छह देश हांगकांग, जापान, साउथ कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों का आरटी पीसीआर जरूरी कर दिया है. इन देशों से आने वाले यात्रियों को ​बिना आरटी पीसीआर के देश में एंट्री नहीं मिलेगी. वहीं रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें तुरंत क्वारंटाइन कर इलाज शुरू किया जाएगा.  

कर्नाटक सरकार ने भी जारी की गाइडलाइन

वहीं कर्नाटक सरकार भी कोरोना को लेकर गंभीर है. किसी भी जोखिम से बचने के लिए कर्नाटक सरकार ने कोरोना के खिलाफ गाइडलाइन जारी की है. इस गाइडलाइन में मुख्य रूप से विदेशी नागरिकों को शामिल किया गया है. इसमें कहा गया है कि हाई रिस्क वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों को होम क्वारंटाइन किया जाएगा, चाहे फिर उनकी आरटी पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव ही क्यों न हो. वहीं एयरपोर्ट पर पहुंचे वाले किसी भी यात्री में कोरोना के लक्षण दिखने पर उन्हें तत्काल कोविड सेंटर में भेजकर इलाज शुरू किया जाएगा. 

15 गुणा ज्यादा तेजी से फैलता है कोरोना का बीएफ-7 वैरिएंट

बता दें कि चीन में कोरोना से बचे हाहाकार के बीच वैज्ञानिकों ने नए सिरे से रिसर्च शुरू कर दिया है. वैज्ञानिक यह भी जांच रहे हैं कि कोरोना के भारत तक पहुंचने की समय क्या और कैसी स्थिती में हो सकता है. अगर कोरोना की लहर आती है तो कितनी खतरनाक हो सकती है. इसका कितना प्रभाव होगा. वहीं कोरोना जैसी बीमारी चीन में शुरू होने के 7 महीने बाद भारत में आए थी, जबकि दूसरी लहर को भारत आने में सिर्फ 61 दिनों का समय लगा. कोरोना की दूसरी लहर में 61वें दिन भारत में कोरोना का मरीज मिला था. वहीं अब चीन में हड़कंप मचाने वाला कोरोना का बीएफ-7 वैरिएंट 15 गुणा ज्यादा तेजी से फैलता है.

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