डीएनए हिंदी: चाइना में ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट BF.7 तेजी से फैल रहा है. यहां 80 करोड़ से भी ज्यादा चीनी इस वायरस की जद में आ गए हैं. अब तक अपनी दवाई को सबसे अच्छा बताने वाले ड्रैगन की वैक्सीन संक्रमण (Vaccine) पर बेअसर है. इस बीच चीन ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए दूसरे देश की डोज देने का फैसला लिया है.
चीन में भेजी गई विदेशी वैक्सीन
चीन कोरोना पर काबू पाने के लिए जर्मनी की वैक्सीन का इस्तेमाल करेगा. इसकी पहली खेप चीन पहुंच चुकी है, जिसका इस्तेमाल लोगों को वैक्सीन देने में किया जाएगा. सबसे पहले यह वैक्सीन चीन में रह रहे जर्मन नागरिकों को दी जाएगी. चीन की न्यूज एजेंसियों के मुताबिक, चीन के बीजिंग में 70 प्रतिशत से भी ज्यादा आबादी वायरस की चपेट में आ चुकी है. वहीं वैक्सीनेशन की बात करें तो यहां 60 साल से ऊपर की 87 प्रतिशत और 80 साल या उस से भी ज्यादा उम्र के 66.4 प्रतिशत बुजुर्गों को वैक्सीन लगी है.
चीन में कोरोना की आएगी अभी तीन लहरें
चीन के विशेषज्ञों का दावा है कि यहां अगले तीन महीनों में कोरोना की तीन लहर आने की आशंका है. चीन अभी पहली लहर का सामना करना है. यहां दूसरी लहर जनवरी और तीसरी लहर फरवरी में आ सकती है. दावा है कि दूसरी लहर लोगों के 21 जनवरी के बाद चीन से लूनार न्यू ईयर के चलते लोगों के ट्रेवल करने से बढ़ेगी, जो फरवरी के दूसरे हफ्ते तक रह सकती है. इसके बाद तीसरी लहर शुरू होगी. यह मार्च तक खत्म होगी.
ये वायरल चीन में बरपा रहे कहर
स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो यहां चीन के शहरों में कोरोना संक्रमण बढ़ने (Coronavirus Cases) की वजह दो वायरस है. इनमें ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट्स BA.5.2 और BF.7 हैं. यह दोनों ही वायरस तेजी से फैल रहे हैं. चीन की राजधानी ओमिक्रॉन के BF.7 पूरी तरह से यपेट में है. वहीं WHO ने BF.7 को सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस बताया है. इस वायरस की वजह से हजारों लोग बुखार में तप रहे हैं.
चाइना ने दवा का कोटा भी किया फिक्स
चाइना में कोरोना संक्रमण के चलते बुखार से लेकर सिर दर्द की दवाएं आसानी से नहीं मिल रही है. इनके लिए सरकार ने एक कोटा फिक्स कर दिया है. यहां अब एक व्यक्ति एक से ज्यादा आईबुप्रोफेन के टैबलेट नहीं खरीद सकता.
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