डीएनए हिंदी: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर हाल ही में गोलियों से हमला किया गया. इसमें वे घायल हुए और फिर उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) की सरकार समेत पूर्व पीएम नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) और सरकारी एजेंसियों पर उनके खिलाफ साजिशें रचने के आरोप लगाए हैं. इस बीच अब पीएम शहबाज शरीफ की सरकार ने मीडिया को स्पष्ट तौर पर यह आदेश दिया है कि इमरान खान की किसी भी तरह की कवरेज न की जाए.
दरअसल, पाकिस्तान में शहबाज शरीफ सरकार अब तानाशाही अपनाने की प्लानिंग कर रही है. शरीफ कैबिनेट के अंतर्गत आने वाली पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने आदेश दिया है कि अब कोई भी टीवी चैनल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुखिया इमरान खान के भाषणों और प्रेस कॉन्फ्रेंस का प्रसारण न करें. इसके अलावा इमरान खान से जुड़े सभी तरह के प्रसारण अब प्रतिबंधित कर दिए गए हैं.
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जांच के लिए बनाई है कमेटी
इमरान खान ने शुक्रवार को ही शहबाज शरीफ सरकार पर हमला बोला था और गंभीर आरोप लगाए थे. इस पर अब शहबाज शरीफ ने आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से 'सभी न्यायाधीशों का एक आयोग' गठित करने की मांग की है. वहीं पंजाब के वजीराबाद जिले में लॉन्ग मार्च के दौरान 70 वर्षीय खान के कंटेनर पर दो हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में उनके दाहिने पैर में गोली लग गई थी.
इमरान खान पर लगाए गंभीर आरोप
आपको बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान शहबाज शरीफ सरकार के विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कई नेता घायल हो गए. इमरान ने अपने ऊपर हमले के एक दिन बाद आरोप लगाया कि तीन व्यक्ति- प्रधान मंत्री शहबाज, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल नसीर पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि ये तीनों उनकी हत्या की साजिश कर रही है.
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इमरान खान की पार्टी PTI के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की कोशिश एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है. इसको लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की संघीय सरकार के तीन अधिकारी और सैन्य प्रतिष्ठान हमले के सरगना हैं और उन पर लगातार हमला बोल रहे हैं.
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