डीएनए हिंदी: भारत सरकार डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के जरिए आम लोगों तक विभिन्न योजनाओं का शत-प्रतिशत फायदा पहुंचाना का लगातार प्रयास कर रही है. अब IMF की तरफ ये भारत सरकार की इस पहल की तारीफ की गई है. बुधवार को IMF के एक अधिकारी ने भारत की इस स्कीम को 'अद्भुत' बचाया है. एक सवाल के जवाब में IMF के वित्तीय मामलों के उप निदेशक पाओलो मौरो ने कहा कि देश के "विशाल आकार" को देखते हुए भारत का काम "काफी प्रभावशाली" है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भारत से बहुत कुछ सीखा जा सकता है. दुनिया भर में कुछ अन्य उदाहरणों से सीखने के लिए बहुत कुछ है. हमारे पास लगभग हर महाद्वीप और आय के हर स्तर के उदाहरण हैं. उन्होंने कहा, "अगर मैं भारत के मामले को देखता हूं, तो यह वास्तव में काफी प्रभावशाली है."
मौरो वाशिंगटन में IMF और विश्व बैंक समूह की 2022 की वार्षिक बैठक के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि वास्तव में भारत के विशाल आकार की वजह से यह एक सोचा समझा चमत्कार है कि कम आय वाले लोगों की मदद करने वाले ये कार्यक्रम सचमुच करोड़ों लोगों तक कैसे पहुंचते हैं. भारत के मामले में मौरो ने कहा कि एक चीज जो "आकर्षक" है वो है विशिष्ट पहचान प्रणाली- आधार का उपयोग. उन्होंने कहा कि लेकिन अन्य देशों में मोबाइल बैंकिंग के जरिए गरीब लोगों को पैसा भेजने का काम एक बड़े लेवल पर किया जाता है.
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IMF ने अधिकारी ने आगे कहा कि लोगों की पहचान करने, उनके आवेदनों को डिजिटल तरीकों के जरिए ट्रांसफर करने, मोबाइल बैंकिंग के पैसे पहुंचाने में कुछ हद तक इनोवेटिव होना चाहिए. यह कुछ ऐसा है जो देश एक दूसरे से सीख सकते हैं. हम छोटे आयोजनों के जरिए लोगों के इस प्रकार के अनुभवों को साझा करने की कोशिश करते हैं. आईएमएफ के वित्तीय मामलों के विभाग के निदेशक विटोर गैस्पारो ने कहा कि हम जरूरतमंद लोगों से जुड़े जटिल मुद्दों के समाधान के लिए भारत के साथ मिलकर टेकनोलॉजी के इस्तमाल पर काम कर रहे हैं.
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