डीएनए हिंदी: अफ्रीकी देशों में इबोला (Ebola) अपना कहर ढा रहा है. कोरोना की तरह ही इबोला भी लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर रहा है. अफ्रीकी देश युगांडा में अब इबोला प्रभावित क्षेत्रों में नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लागू कर दिया गया है. साथ ही, धर्म स्थलों और मनोरंजन की जगहों को बंद कर दिया गया है. कई और जगहों पर ट्रैफिक को भी प्रतिबंधित किया गया है. युगांडा के मुबेंडे और कसांडा जिलों में इबोला के कहर को देखते हुए इन्हें महामारी का केंद्र घोषित किया गया है.
युगांडा ने राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी ने कहा है कि इबोला कई इलाकों में तेजी से फैल रहा है. इसे रोकने के लिए कई इलाकों में अलग-अलग तरह के प्रतिबंध लागू किए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि ये सभी प्रतिबंध अस्थायी हैं. योवेरी ने जनता से अपील की है कि वे अधिकारियों का सहयोग करें ताकि इसके असर को कम से कम समय में खत्म किया जा सके और देश इबोला से उबर सके.
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अफ्रीकी देशों में कई बार तबाही मचा चुका है इबोला
राष्ट्रपति योवेरी ने बताया कि अब तक इस बीमारी की वजह से दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. WHO के मुताबिक, अभी इसके लिए कोई कारगर टीका नहीं इसलिए बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है. आपको बता दें कि पहले भी कई बार अफ्रीकी देशों में इबोला तबाही मचा चुका है. इसमें अचानक से यह बीमारी बढ़ने लगती और कम समय में ज्यादा लोगों को चपेट में ले लेती है.
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इबोला एक खतरनाक वायरल बुखार है. इसमें लोगों को बुखार, उल्टी, दस्त और ब्लीडिंग जैसी दिक्कतें होने लगती हैं. साल 2018 में कांगो में इबोला का कहर फैला था. दो नई वैक्सीन भी तैयार की गई थीं लेकिन बहुत कम समय में ही इबोला के संक्रमण की वजह से 2,260 लोगों की मौत हो गई.
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