डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के मशहूर मौलाना तारिक जमील हाल में करतारपुर कॉरीडोर में गुरुद्वारा दरबार साहिब गए थे. उनकी इस यात्रा के बाद से बवाल मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर लोग उनके गुरुद्वारे जाने पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. नाराजगी केवल पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि तालिबान से जुड़े कई लोग भी इसे गलत बता रहे हैं. तारिक 24 सितंबर को करतारपुर साहिब पहुंचे थे. वहां गुरुद्वारा दरबार साहिब के मुख्य ग्रंथी सरदार गोबिंद सिंह और पंजाब के विधायर सरकार रमेश सिंह अरोड़ समेत कई लोगों ने उनका स्वागत किया था.
करतारपुर पहुंचने के बाद मौलाना तारिक जमील ने कहा कि बाबा गुरु नानक इंसानियत और भाईचारे के समर्थक थे. गुरुद्वारे पहुंचे मौलाना जमील को प्रशासन की ओर से सरोपा और कृपाण भेंट दी गई थी. तारिक ने गुरुद्वारे पहुंचकर सिख श्रद्धालुओं से बात की. मौलाना ने करतारपुर कॉरिडोर को शांति का कॉरिडोर बताया. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक वर्ग पूरी तरह से धार्मिक आजादी का आनंद ले रहा है.
यह भी पढ़ें: PFI के अलावा इन संगठनों पर भी हुआ एक्शन, देखिए पूरी लिस्ट
मौलाना ने अपने करतारपुर दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं. दुनियाभर में लोग इसे लेकर काफी नाराज हैं. कई लोग ऐसे थे जिन्होंने मौलाना के गुरुद्वारे जाने को शर्मनाक बताया. एक यूजर ने लिखा, तारिक जीमील सूफियों कि दरगार पर जाना गलत बताते हैं और खुद गुरु नानक की कब्र करतारपुर पहुंचे हैं जो नास्तिकों में से एक हैं. क्या यह शिर्क नहीं है. एक यूजर ने लिखा, आपने काफिरों के धार्मिक स्थल का दौरा किया और उन्हीं की वेशभूषा धारण की. जबकि आप हमेशा अल्लाह की इबादत सिखाते आए हैं.
यह भी पढ़ें: अशोक गहलोत को भारी न पड़ जाए 'बगावत', पुराने साथियों ने भी उठाए सवाल
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.