डीएनए हिंदी: इसी साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था. उसके बाद से ही इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है. शुरुआती संघर्ष के दौरान इजरायल ने गाजा जाने वाली सभी तरह की सप्लाई रोक दी थी. इसमें मेडिकल सप्लाई को भी रोका गया. अब संयुक्त राष्ट्र ने दावा किया है कि गाजा के अस्पतालों में कम से कम 1000 बच्चों के हाथ बिना एनेस्थीसिया दिए ही काट दिए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने जरूरी दवाओं की सप्लाई लेकर आने वाली गाड़ियों की एंट्री भी रोक दी थी.
संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत फ्रांसेसा अल्बनीज ने एक्स पर लिखा कि इजराइल गाजा के उन इलाकों पर बमबारी कर रहा है जिन्हें उसने सुरक्षित बताया है. उन्होंने लिखा, 'यह पूरे परिवारों को खत्म कर रहा है, अनगिनत बच्चों को अनाथ बना रहा है और अनगिनत पुरुषों और महिलाओं को अपनी संतानों को जीवन संघर्ष के लिए मजबूर कर रहा है.' उन्होंने कहा कि गाजा में प्रत्येक कहानी कष्टदायी है.
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हजारों लोगों की गई जान, बच्चे भी हुए घायल
यूनिसेफ ने कहा है कि गाजा में कम से कम 9,000 से अधिक बच्चे इजरायली बमबारी में घायल हो गए हैं, इससे उन्हें एक हाथ या पैर खोने की समस्या से जूझना पड़ा है. 7 अक्टूबर को एक अप्रत्याशित हमले में हमास द्वारा इज़राइल पर हमला करने के बाद इज़राइल ने 27 अक्टूबर को गाजा के अंदर एक ज़मीनी आक्रमण शुरू किया. हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से, कम से कम 21,320 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, इनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं, जबकि 55,603 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं.
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हमास के हमले के बाद से ही इजरायल ने ऐलान किया है कि इस बार वह हमास को खत्म करके ही रहेगा. इसके लिए वह गाजा में घुसकर हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है. इससे पहले, हवाई हमले भी जमकर किए गए थे जिनमें कई इलाके तबाह हो गए.
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