इजरायल के एयर स्ट्राइक में हिज्बुल्लाह (Israel Air Strike On Hezbollah) के चीफ कमांडर हसन नसरुल्लाह की मौत हो चुकी है. इसके बाद से ही सवाल उठ रहे थे कि संगठन का नेतृत्व अब किसके हाथ में जाएगा. नसरल्लाह के भाई हाशिम सफीद्दीन (Hashim Safi Ud Din) को हिज्बुल्लाह की कमान सौंपी गई है. पहले से ही इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि संगठन का नेतृत्व परिवार के ही किसी सदस्य को मिल सकता है. इजरायल और लेबनान के बीच संघर्ष ने मिडल ईस्ट में अस्वाभाविक तौर पर तनाव को बढ़ा दिया है.
कौन है हिज्बुल्लाह का नया लीडर
शिम सफ़ी अल दीन का जन्म 1964 में दक्षिणी लेबनान के डेर क़ानून एन नहर में हुआ है. वह पिछले 3 दशक से हिज्बुल्लाह से जुड़ा है और प्रमुख लेबनानी शिया मौलवी और हिज्बुल्लाह के सीनियर लीडर भी है. अपने भाई नसरल्लाह के साथ मिलकर अब तक कई बड़े मिशन को अंजाम दे चुका है. लेबनान ही नहीं वह कई अरब देशों खास तौर पर शिया मुसलमानों के बीच चर्चित चेहरा है. अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने साल 2017 में इसे आतंकी घोषित किया था.
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अमेरिका और इजरायल को मानता है दुश्मन
इराक के नजफ और ईरान के कुम से सफीद्दीन ने धार्मिक केंद्रों में शिक्षा प्राप्त की है. 1994 में वह लेबनान वापस आ गया था और जल्दी ही हिज्बुल्लाह में शामिल हो गया. कुछ ही सालों में वह संगठन के टॉप-3 नेताओं में शुमार किया जाने लगा था. अमेरिका और इजरायल दोनों के खिलाफ सफीद्दीन का रुख बेहद आक्रामक रहता है. 2017 में हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडरों के मारे जाने पर इसने संदेश जारी किया था कि दुश्मनों को रोने के लिए मजबूर करने तक मारना है.
नसरल्लाह की जिंदगी काफी गोपनीय थी और वह सार्वजनिक आयोजनों में नजर नहीं आता था. इसके उलट सफीद्दीन को कई बड़े धार्मिक कार्यक्रमों में हाल तक शिरकत करते देखा गया है. इसके धार्मिक भाषणों को शिया समुदाय के बीच किसी हीरो के दिए भाषण की तरह सुना जाता है.
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