Nasa New Image: नासा ने जारी की धरती की नई तस्वीर, देखें नीले से कैसे लाल आग का गोला बनती जा रही है हमारी धरती 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 19, 2022, 01:32 PM IST

नासा ने जारी की है यह तस्वीर

Why Heatwaves struck Europe: नासा ने अपने ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर शेयर की है जिसमें दिख रहा है कि कैसे धरती धीरे-धीरे लाल होती जा रही है. लाल रंग का मतलब है तापमान का बढ़ना. पिछले कुछ दिनों से यूरोप भीषण गर्मी से बेहाल है.

डीएनए हिंदी: अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सैटेलाइट से ली गई एक तस्वीर शेयर की है. तस्वीर में धरती का बड़ा हिस्सा लाल रंग के निशान से घिरा हुआ दिख रहा है. यह लाल रंग लगातार गर्म होते इलाकों का है. ठंडे इलाकों को नीले से दिखाया गया है जिसका आकार पिछले कुछ सालों में लगातार कम हुआ है. इस वक्त अमेरिका और यूरोप के कई शहर भीषण गर्मी की चपेट हैं. नासा की ओर से दी गई जानकारी में बताया है कि तस्वीर यह स्पष्ट करने के लिए काफी है कि ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन खतरनाक लेवल तक पहुंच गया है. इस वजह से ग्लोबल वॉर्मिंग और तापमान का बढ़ना और कई दूसरी पारिस्थितिकी से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.  

Europe, Africa में चल रही है भयंकर लू 
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एशिया, यूरोप, उत्‍तरी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया में पड़ रही भीषण गर्मी को लेकर अहम जानकारी साझा की है. इस वक्त यूरोप ही नहीं अफ्रीका और अमेरिका के कुछ हिस्सों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. यूरोप में कई शहरों का तापमान जुलाई में भी 40 से ऊपर है. उत्तर भारत में दिल्ली-एनसीआर समेत कई हिस्सों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. 

गर्मी और तापमान कई रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं और लोगों के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. नासा ने 13 जुलाई 2022 की तस्वीर को अपने ट्विटर पर शेयर किया है और  इसके साथ नासा की आधिकारिक वेबसाइट पर ग्लोबल वॉर्मिंग और दुनिया भर में पड़ रही गर्मी के कारणों के बारे में भी बताया है. 

यह भी पढ़ें: Twitter डील में क्या कर सकता है कोर्ट? एलन मस्क को होगी जेल या भारी भरकम जुर्माना?

एक्सपर्ट ने बताई गर्मी की वजह 
नासा के गोड्डार्ड स्‍पेस फ्लाइट सेंटर के स्‍टीवन पावसोन ने गर्मी और बढ़ते तापमान के कारणों के बारे में विस्तार से बताया है. उन्होंने कहा कि अगर तस्वीर का विश्लेषण करें तो हम देखते हैं कि तापमान में तेजी से बदलाव हुआ है.पहले जो जगहें ठंडी थी और नीले रंग की दिखती थी वह अब लाल में बदलती जा रही है. यह धरती के तापमान के तेजी से बदलने का संकेत है और यह भीषण गर्मी का संकेत भी है.  

धरती का यह विशाल इलाका भीषण गर्मी की चपेट में है जो इस बात का संकेत है कि पर्यावरण का संतुलन बुरी तरह से बिगड़ा है. ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन, वनों की कटाई और अंधाधुंध तरीके से प्रकृति का दोहन इसके पीछे वजह हैं. पावसोन ने यह भी कहा कि प्रकृति का बदलता स्वरूप खतरनाक है और इसके लिए जरूरी कदम अभी उठाने होंगे. 

यह भी पढ़ें: Solar Storm: क्या बंद होने वाले हैं GPS और रेडियो सिग्नल? जानिए सूरज से कौन सा खतरा आ रहा है

यूरोप में गर्मी और सूखे का कहर, कई देशों ने जारी किया अलर्ट 
यूरोप का बड़ा हिस्सा इस वक्त भीषण सूखे और प्रचंड गर्मी से जूझ रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पहले ही यूरोप में अनाज, गेहूं सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित हुई है और महंगाई काफी बढ़ गई है. ऐसे में सूखे की वजह से हालात और भी बुरे हो सकते हैं. लंदन में तापमान 40 डिग्री के करीब है जबकि पुर्तगाल में यह 45 डिग्री तक पहुंच गया है. 

स्पेन, पुर्तगाल और फ्रांस के कुछ जंगलों में आग भी लग गई है जिसकी वजह से गर्मी और बढ़ गई है. ऐसे में इन देशों ने अलर्ट जारी कर दिया है. पुर्तगाल में आधे से ज्यादा देश हाई अलर्ट पर है. स्पेन और फ्रांस में भी आग बुझाने के लिए आपदा टीम और फायरफाइटर्स को लगाया गया है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.