लेबनान ने इजरायल पर जोरदार पलटवार किया है. हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायल के उतरी इलाकों में 165 से ज्यादा मिलाइलें दागी हैं. इस अटैक को रोकने में इजरायली डिफेंस सिस्टम आयरम डोम भी फेल हो गया. इजरायली सेना ने एक वीडियो जारी किया है. जिसमें सड़कों पर गाड़ियां धूं-धूंकर जलती नजर आ रही हैं. IDF ने कहा कि हम हिजबुल्लाह के अटैक से अपने नागिरकों को बचाएंगे.
वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहली बार स्वीकार किया कि सितंबर में हिज्बुल्लाह को निशाना बनाकर किए गए पेजर और वॉकी-टॉकी हमलों के पीछे उनका देश था, जिनमें कम से कम 39 लोगों की मौत और 3,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे. स्थानीय मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई.
‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ अखबार ने नेतन्याहू के हवाले से कहा, ‘रक्षा प्रतिष्ठान में वरिष्ठ अधिकारियों और राजनीतिक क्षेत्र में उनके समर्थकों के विरोध के बावजूद पेजर और हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को खत्म करने का ऑपरेशन चलाया गया.’ नेतन्याहू ने मंत्रिमंडल बैठक में यह अटैक स्वीकार किया था. इजरायल ने अभी तक सार्वजनिक रूप से इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली थी, लेकिन व्यापक अनुमान था कि सफलतापूर्वक अंजाम दिए गए इन जटिल हमलों के पीछे उसका हाथ है.
वॉकी-टॉकी में हुआ था विस्फोट
इन हमलों ने दुनिया को स्तब्ध कर दिया था। लेबनान तथा सीरिया के कुछ हिस्सों में 16 सितंबर को विस्फोटक वाले हजारों पेजर फट गए थे, जो हिज्बुल्ला के समर्थकों के पास थे। दुनियाभर के लोग पेजर विस्फोट की खबरों से उबर भी नहीं पाए थे कि एक दिन बाद 17 सितंबर को वॉकी-टॉकी में भी विस्फोट हुए, जिसने लेबनानी शिया मिलिशिया के खिलाफ युद्ध में इजराइल की खुफिया तैयारी के स्तर को लेकर दुनिया को चौंका दिया.
नेतन्याहू के बयान को रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को हटाने तथा युद्ध की सफलता का श्रेय लेकर व्यक्तिगत लोकप्रियता बढ़ाने के प्रधानमंत्री के प्रयासों के संदर्भ में समझा जा रहा है. गैलेंट को 5 नवंबर को रक्षा मंत्री के पद से हटा दिया गया था. (इनपुट-PTI)
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