डीएनए हिंदी: तोशाखाना केस में इमरान खान बुरी तरह घिर गए हैं. कोर्ट के बाद अब पुलिस की सख्ती से उनकी घर मुसीबत आ धमकी है. इस्लामाबाद कोर्ट में पेश होने जा रहे इमरान खान के काफिले को कोर्ट से पहले टोल प्लाजा पर रोक दिया गया है. इमरान खान वहां से लाहौर के लिए निकले तो वहां भी सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात हैं. पुलिस बुलडोजर लेकर पहुंची है.
इमरान खान के जमान पार्क स्थित घर पर PTI कार्यकर्ता हजारों की संख्या में पहुंचे हैं. पुलिस का कहना है कि समर्थकों की तरफ से फायरिंग की गई है. पुलिस कार्यकर्ताओं को काबू में करने की कोशिश कर रही है. इमरान खान के समर्थक ही उनकी राह मुश्किल कर रहे हैं.
इमरान खान के घर के बाद पुलिस बुलडोजर लेकर पहुंची है. ऐसा लग रहा है कि यहीं से इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वह सत्तारूढ़ पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं कि उनकी गिरफ्तारी लंदन प्लान के तहत की जा रही है. नवाज शरीफ उन्हें गिरफ्तार कराना चाह रहे हैं.
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इमरान खान अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ लाहौर स्थित अपने आवास से इस्लामाबाद के लिए निकले थे. उनके काफिले की एक गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इमरान खान की सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस के पसीने छूटे हैं.
इस्लामाबाद प्रशासन ने शुक्रवार रात को राजधानी में कर्फ्यू लागू कर दिया था, जिसके तहत निजी कंपनियों, सुरक्षा गार्ड या अन्य व्यक्तियों के लिए हथियार रखना प्रतिबंधित है. खान पर पिछले साल नवंबर में जानलेवा हमला हुआ था.
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कोर्ट ने पिछले बृहस्पतिवार को सुनवाई में इमरान खान की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उनके खिलाफ जारी गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट को निलंबित करने की मांग की गई थी. बहरहाल, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने खान के खिलाफ जारी गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट को स्थगित करते हुए शुक्रवार को उन्हें एक अवसर दिया था, ताकि वह तोशाखाना मामले की सुनवाई कर रही जिला अदालत में शनिवार को पेश हो सकें.
क्या है इमरान खान पर आरोप?
इमरान खान विदेशी दौरे पर मिले उपहारों को बेचने के लिए कानूनी पचड़े में पड़ गए हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने तोशाखाना से कई चीजों को रियायती कीमत पर खरीदा और फिर बेचकर लाभ कमाया. साल 1974 में स्थापित तोशाखाना कैबिनेट प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक विभाग है.
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तोशाखाना क्यों है खास?
तोशाखाना में पाकिस्तानी शासकों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों की सरकारों, राज्यों के प्रमुखों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से मिले कीमती उपहारों को संग्रहीत किया जाता है. बिक्री का विवरण साझा नहीं करने के कारण पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया था. (इनपुट: भाषा)
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