डीएनए हिंदी: पुर्तगाल के लिस्बन में एक गर्भवती भारतीय महिला की मौत के बाद वहां की स्वास्थ्य मंत्री मार्टा टेमिडो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस भारतीय पर्यटक की मौत लिस्बन के मुख्य अस्पताल सैंटिया मारिया से एम्बुलेंस ट्रांसफर के दौरान कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई. उसे सैंटिया मारिया अस्पताल से इसलिए ट्रांसफर किया गया क्योंकि वहां नियोनेटोलॉजी यूनिट भरी हुई थी. मार्टा टेमिडो को कोविड -19 महामारी के दौरान पुर्तगाल के वैक्सीन रोलआउट को सफलतापूर्वक संभालने का श्रेय दिया जाता है लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण आपातकालीन प्रसूति सेवाओं (emergency obstetric services) को अस्थायी रूप से बंद करने के अपने फैसले के लिए भारी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है.
पुर्तगाल के प्रधान मंत्री एंटोनियो कोस्टा ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. उन्होंने टेमिडो को उनके काम के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सुधारों को आगे बढ़ाएगी. पुर्तगाल में पिछले कुछ समय से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. हाल के महीनों में पुर्तगाल में दो शिशुओं की मौत उस समय हो गई थी जब उनकी माताओं को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ट्रांसफर किया जा रहा था और उन्हें इस प्रकिया में लंबी देरी का सामना करना पड़ा.
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सरकार ने कहा कि मार्टा टेमिडो ने 'यह महसूस किया कि उनके पास अब पद पर बने रहने की शर्तें नहीं हैं'. पुर्तगाल में गर्भवती भारतीय महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री को विपक्षी दलों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. विपक्षी दलों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में जोखिम भरा चक्कर लगाना पड़ता है. महिलाओं को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा है क्योंकि प्रसव इकाइयों के बंद होने के कारण प्रसूति इकाइयां ओवरफ्लो हो गईं है.
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आपको बता दें कि मार्टा टेमिडो ने साल 2018 में पुर्तगाल के हेल्थ मिनिस्टर का पद संभाला था. कई सर्वेक्षणों में दावा किया गया था कि वह COVID-19 महामारी के दौरान केंद्र-वाम समाजवादी सरकार की सबसे लोकप्रिय सदस्यों में से एक थीं. हालांकि स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी के कारण उनकी रेटिंग बुरी तरह प्रभावित हुई. इसमें स्त्री रोग और प्रसूति में विशेषज्ञता रखने वालों और सार्वजनिक अस्पतालों में अन्य समस्याएं एक बड़ी वजह है.
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