तेलंगाना के निर्मल जिले के Ruvvi गांव के रहने वाले 51 वर्षीय नामदेव राठौड़ खाड़ी देश में रोजगार की तलाश में गए थे. उनके एजेंट ने उनसे वादा किया था कि उन्हें कतर में हाउसकीपिंग का काम मिलेगा, लेकिन सच्चाई कुछ और ही निकली. नामदेव को कतर की जगह सऊदी अरब भेज दिया गया, जहां उनसे जबरन ऊंट चराने का काम कराया गया.
नामदेव ने बताया कि उसे सऊदी अरब के तपते रेगिस्तान में बेतहाशा गर्मी में ऊंट चराने पर मजबूर किया गया. इस शोषण के बीच नामदेव ने अपनी आबपीती एक वीडियो के जरिए अपनी पत्नी लक्ष्मी को बताई. वीडियो में ये देखा जा सकता है कि वह अपनी स्थानीय भाषा में पत्नी को रोते हुए बता रहा है कि किस तरह उससे रेगिस्तान में बिना सैलरी के काम करवाया जा रहा है. वीडियो में नामदेव तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से मदद की गुहार लगाता नजर आ रहा था.
विदेश मंत्रालय का सहयोग
पति की हालत देखकर लक्ष्मी ने तुरंत हैदराबाद स्थित विदेश मंत्रालय के प्रोटेक्शन ऑफ इमिग्रेशन (POE) कार्यालय में संपर्क किया और अपने पति को सऊदी अरब से वापस लाने की मांग की. इसके बाद भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने कुवैत और सऊदी अरब में कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर नामदेव को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की.
परिवार में खुशी की लहर
लगभग एक महीने के लंबे संघर्ष के बाद नामदेव को इसी हफ्ते मंगलवार को सऊदी अरब से वापस भारत लाया गया. जब वह हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे, तो उनकी पत्नी लक्ष्मी और बेटा वहां उनका इंतजार कर रहे थे. नामदेव के चेहरे पर गुलामी से आजाद होकर देश लौटने की खुशी साफ नजर आ रही थी.
यह भी पढ़ें : दुबई में कैसे बीत रहा है यूपी-बिहार के मजदूरों का जीवन? Viral Video में दिखी सच्चाई
अधिकारियों का शुक्रिया
नामदेव ने अपने संघर्ष में मदद के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, कुवैत और सऊदी स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि अगर ये लोग उनकी मदद नहीं करते, तो शायद वह कभी सऊदी अरब से वापस भारत नहीं लौट पाते.
फिल्म 'द गोट लाइफ' जैसी हकीकत
नामदेव की इस कहानी की तुलना हाल ही में रिलीज हुई नेटफ्लिक्स फिल्म ‘The Goat Life’ से की जा रही है, जिसमें एक भारतीय व्यक्ति को सऊदी अरब में गुलामी करने के लिए मजबूर किया जाता है. फिल्म की तरह ही नामदेव की सच्चाई भी लोगों को झकझोरने वाली है, जहां सपनों की तलाश में गए एक भारतीय को गुलामी और शोषण का सामना करना पड़ा.बहरहाल, इस घटना ने एक बार फिर से खाड़ी देशों में रोजगार के नाम पर हो रहे शोषण की समस्या को उजागर कर दिया है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.