डीएनए हिंदी: 13 अगस्त को दुनियाभर में इंटरनेशनल लेफ्ट हैंडर्स डे ( International Left Handers day) मनाया जाता है. इस दिन की शुरुआत लोगों में लेफ्ट हैंडर्स को लेकर जागरूकता पैदा करने और उनके प्रति हीन भावना को खत्म करने के लिए की गई थी. दुनिया में 10 प्रतिशत से कम लोग ऐसे हैं जो अपने रोजमर्रा के कामकाज में लेफ्ट हैंड यानी बांए हाथ का इस्तेमाल करते हैं.
कैसे हुई थी शुरुआत?
साल 1976 में पहली बार Dean R Campbell ने लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया था. इसके बाद से दुनियाभर में इसे हर साल मनाया जाने लगा. 13 अगस्त 1992 को लेफ्ट हैंडर्स क्लब द्वारा पहली बार किसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका एकमात्र मकसद लेफ्ट हैंडर्स को इसके फायदे और नुकसान के प्रति जागरूक करना था ताकी लोगों के दिमाग से इसे लेकर सारी नकारात्मकता खत्म हो सके और वे पॉजिटिव सोच रखते हुए हर काम को कर सकें.
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आपको बता दें कि बाएं हाथ का अधिक उपयोग करने के पीछे भी वैज्ञानिक कारण छिपा है. कुछ स्टडीज में यह बात साबित हुई है कि किसी का राइट या लेफ्ट हैंडर होना मां के गर्भ में ही निर्धारित हो जाता है. बच्चे को अपने पैरंट्स से एक खास तरह का जीन विरासत में मिला होता है जिसे लेफ्ट हैंडर जीन कहा जाता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में सिर्फ 7 प्रतिशत लोग लेफ्टी (Left-Handers) हैं. ऐसे में ज्यादातर चीजें दाहिने हाथ से काम करने वाले लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए बनाई जाती हैं. इन सब के चलते बाए हाथ से काम करने वाले को हर चीज में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. हालांकि, इन नुकसान के अलावा लेफ्टी होने के अपने कुछ फायदे भी हैं.
क्यों खास होते हैं लेफ्ट हैंडर्स?
लेफ्ट हैंडर्स को लेकर अबतक कई रिचर्स की जा चुकी हैं. इनमें से कुछ में बाएं हाथ से काम करने वालों की कुछ खास विशेषताओं को बताया गया है जैसे-
- लेफ्ट हैंडर्स में हर क्षेत्र में बेस्ट देने की क्षमता होती है.
- ऐसे लोग पढ़ने में काफी तेज होते हैं.
- संगीत और कला के क्षेत्र में अपनी कल्पना शक्ति का अधिक उपयोग करते हैं.
- ये किसी भी बात की तह तक जाने में विश्वास रखते हैं.
- स्पोर्ट्स में इनकी बहुत रुचि होती है.
- अक्सर लेफ्टी रचनात्मक विचार वाले होते हैं.
- लेफ्टीज अच्छे फाइटर्स होते हैं.
- ये किसी भी काम को परफेक्शन के साथ करने में विश्वास रखते हैं.
- इनके हाथ की लिखाई भी बेहद अच्छी होती है, साथ ही ये टेनिस, स्विमिंग, बेसबॉल जैसे गेमों में महारत हासिल करते हैं.
गौरतलब है कि कई लोग लेफ्ट हैंडर्स को जहां भाग्यशाली मानते हैं तो वहीं कुछ लोग इसे परेशानी भी बताते हैं. हालांकि, महात्मा गांधी, चार्ली चैपलिन, अल्बर्ट आइंस्टाइन, बराक ओबामा, रतन टाटा, बिल गेट्स, लक्ष्मी मित्तल, मदर टेरेसा, नरेन्द्र मोदी, रजनीकांत, अमिताभ बच्चन जैसी कई दिग्गज हस्तियों ने उदाहरण पेश कर साबित किया है कि राइट और लेफ्ट हैंड जैसा कुछ नहीं होता, यह एक नार्मल मानवीय हालत है.
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