पाकिस्तान में लगातार चल रही इंटरनेट समस्या अब राजनीतिक मुद्दा बन गई है. विपक्षी पार्टियां अब सरकार पर आरोप लगा रही हैं कि जानबूझकर पाकिस्तान में इंटरनेट सेवा को कम कर दिया गया है. इस पूरे मामले पर पाकिस्तान टेलीकॉम अथॉरिटी के प्रमुख हाफिजूर रहमान ने इन दावों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि समुद्र में एक केबल में कुछ समस्या होने के कारण इंटरनेट सेवा स्लो हो गई है. उन्होंने बताया कि 28 अगस्त तक केबल को ठीक कर दिया जाएगा, जिसके बाद सेवाओं को फिर से सुचारु रूप से शुरू कर दिया जाएगा.
पाकिस्तान में इंटरनेट सेवाएं हुईं स्लो
आपको बता दें कि पाकिस्तान में विपक्ष के साथ-साथ वहां के व्यापारिक समुदाय का एक बड़ा तबका भी स्लो इंटरनेट के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है.दावों में कहा गया कि सरकार इंटरनेट सेवाओं पर फायरवॉल का इस्तेमाल कर रही है. ये आरोप मुख्य तौर पर पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी पार्टी पीटीआई द्वारा लगाया गया है, जिसमें पार्टी ने कहा है कि इमरान खान से जुड़ी खबरें जनता तक न पहुंचे, इसलिए फायरवॉल का इस्तेमाल कर इंटरनेट की स्पीड को कम कर दिया गया है.
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टेलीकॉम अथॉरिटी ने दी जानकारी
पाकिस्तान टेलीकॉम अथॉरिटी के अध्यक्ष ने बताया कि इस पूरी समस्या के कारण टेलीकॉम विभाग को करीब 300 मिलियन पाकिस्तानी रुपए का घाटा हुआ है. सरकार ने विपक्ष और बिजनेस समूह द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि इंटरनेट की धीमी गति उनकी वेब मैनेजमेंट सिस्टम के अपग्रेड के चलते है.उन्होंने कहा, "मेरे विचार में, इस अपग्रेड के बावजूद इंटरनेट की गति स्लो नहीं होनी चाहिए."
मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान में अक्सर इंटरनेट की समस्या बनी रहती है, वहां के इंटरनेट यूजर्स बताते हैं कि जब वे व्हाट्सएप के माध्यम से किसी को वॉइस नोट्स भेजते हैं, तो उसे डाउनलोड करने में भी समस्या का सामना करना पड़ता है. आपको बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लगाए गए प्रतिबंध के बारे में भी रहमान ने जानकारी दी है. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में उनके पास कोई अधिक जानकारी नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान में वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) पर प्रतिबंध की अफवाहों को भी खारिज कर दिया.
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