डीएनए हिंदी: फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर अचानक हमला किया और दुनिया को दहला दिया. इजरायल-हमास के बीच जारी संघर्ष में करीब 500 लोगों की जान चली गई है. इजराइल-हमास के बीच युद्ध को लेकर भारत, अमेरिका, ईरान, सऊदी अरब, पाकिस्तान समेत कई देशों ने प्रतिक्रिया दी है. इस बीच चीन ने इन दोनों देशों के बीच जारी युद्ध पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. आइए जानते हैं कि चीन ने क्या कुछ कहा है...
चीन ने रविवार को फिलिस्तीन और इजरायल से युद्ध को तुरंत खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि हम फिलिस्तीन और इजराइल के बीच तनाव और मौजूदा हिंसा के प्रसार से बहुत चिंतित है. चीन के के विदेश मंत्रालय ने कहा कि संबंधित पक्षों से शांत रहने, संयम बरतने और नागरिकों की रक्षा के लिए दुश्मनी को तुरंत खत्म करने और स्थिति को और बिगड़ने से रोकने का आह्वान करते हैं. इसके साथ चीन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस मामले में ज्यादा तत्परता के साथ काम करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Hamas Terrorist Attack: इजरायल पर आतंकी हमले में हमास की ईरान ने की है मदद, मिडिल ईस्ट में अब और बढ़ेगा बवाल?
चीन ने कहा- दोनों का हुआ है नुकसान
चीन ने कहा कि ऐसे संघर्ष को तभी समाप्त किया जा सकता है, जब शांति प्रक्रिया पर अमल हो. इसके लिए फलस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करना चाहिए. चीन ने यह भी कहा कि गाजा पट्टी में दोनों पक्षों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. फिलिस्तीन और इजराइल के बीच शांति वार्ता की शीघ्र बहाली की जानी चाहिए.
ये भी पढ़ें: हमास के आतंकियों को गजा में कैसे तबाह कर रहा इजराइल? देखें वीडियो
भारतीय नागरिकों के लिए जारी की गई एडवाइजरी
भारत ने इजरायल में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. हमास के हमलों के बीच भारत ने एडवाइजरी जारी कर भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की गुजारिश की है. भारत सरकार ने इजराइल की स्थानीय अधिकरियों के सुरक्षा प्रोटोकॉल को मानने की सलाह दी है. वहीं, पाकिस्तानी पीएम अनवर उल हक काकर ने इजराइल-हमास युद्ध पर कहा कि मध्य-पूर्व में स्थायी शांति एक संप्रभु फिलिस्तीन यानी टू स्टेट थ्योरी में निहित है, जो 1967 से पहले की सीमाओं पर स्थापित है, जिसके केंद्र में अल कुद्स अल-शरीफ है. पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि इजरायल उन क्षेत्र पर कब्जा छोड़ दें, जिन पर उसने 1967 या उसके बाद कब्जा किया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
देश और दुनिया की ख़बर, ख़बर के पीछे का सच, सभी जानकारी लीजिए अपने वॉट्सऐप पर- DNA को फॉलो कीजिए