डीएनए हिंदी: गाजा में हमास के चंगुल में फंसे करीब 150 लोगों की जिंदगी पर संकट गहराता जा रहा है. इजरायल अपने नागरिकों की सुरक्षित रिहाई के लिए चौतरफा दबाव बना रहा है. हमास और इजरायल की तरफ से बंधकों की रिहाई के लिए शर्तें रखी जाने लगी हैं. अब इजरायल ने गाजा पट्टी में पानी की आपूर्ति रोकने का ऐलान कर दिया है. इजरायल के ऊर्जा मंत्री इजरायल काट्ज ने गुरुवार को ऐलान कर दिया है कि जब तक गाजा में बंधक बनाकर रखे गए सभी इजरायली नागरिकों की सुरक्षित वापसी नहीं हो जाती है तब तक गाजा पट्टी में न तो बिजली की आपूर्ति होगी न ईंधन की और न ही पानी की सप्लाई होगी. इसके साथ ही तय है कि संकट अब मूलभूत सुविधाओं के लिए भी गहरा सकता है.
दोनों तरफ से संघर्ष शुक्रवार को भी जारी है. इजरायल की सेना का दावा है कि अब तक 1300 नागरिकों की मौत हुई है जबकि हमास के भी सैंकड़ो ठिकाने बर्बाद करने का दावा किया गया है. इजरायली अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी समूह ने सात अक्टूबर को अपने हमले के बाद गाजा में 150 लोगों को बंधक बना लिया है. इतना ही नहीं इजरायल सरकार ने कह दिया है कि मानवता और इंसानियत के तर्कों को भी स्वीकार नहीं किया जाएगा. यह इजरायली नागरिकों के जीवन और गरिमा का सवाल है.
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गाजा पट्टी में हालात हो रहे बद से बदतर
ईंधन और बिजली आपूर्ति रोक दिए जाने से गाजा पट्टी में हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं. अस्पतालों में वेंटिलेटर सुविधा को चलाए रखना मुश्किल हो रहा है. अंतर्राष्ट्रीय संगठन रेड क्रॉस ने भी इसे लेकर चेतावनी जारी की है. ईंधन की कमी की वजह से बुधवार को गाजा पट्टी के एकमात्र बिजली स्टेशन काम करना बंद कर चुका है. रेड क्रॉस ने कहा है कि मानवीयता के आधार पर इस मुद्दे पर सहानुभूतिपूर्वक सोचना चाहिए क्योंकि बिजली आपूर्ति नहीं होने से अस्पताल मुर्दाघर में तब्दील हो जाएंगे.
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मध्यस्थता और रिहाई के लिए हो रही है कोशिसें
गाजा पट्टी से विदेशियों की रिहाई के लिए एक सुरक्षित रास्ता बनाने और मिस्र के माध्यम से फिलिस्तीनी क्षेत्र में तत्काल सहायता लाने के लिए क्षेत्रीय मध्यस्थता वार्ता की कोशिशें भी जारी हैं. समाचार एजेंसी शिन्हुआ को एक फिलिस्तीनी सूत्रा ने बताया है कि मध्यस्थता वार्ता का नेतृत्व मिस्र, कतर और तुर्की ने किया है और इसे सऊदी अरब और अमेरिका की ओर से समर्थन मिल रहा है. सूत्रों का कहना है कि क्षेत्रीय कदम का उद्देश्य मिस्र और फिलिस्तीनी एन्क्लेव के बीच एकमात्र क्रॉसिंग प्वाइंट राफा क्रॉसिंग के जरिए विदेशियों और बंधक बनाए नागरिकों को निकालना है.
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