इजरायल और हमास (Israel Hamas War) के बीच जंग एक साल पहले (7 अक्तूबर 2023) को शुरू हुई थी. संघर्ष विराम और सुलह की कोशिशें अब तक नाकामयाब रही हैं. लगातार एक साल से चल रहे इस संघर्ष में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बाद भी इजरायल ने दो टूक अंदाज में कह दिया है कि अपने दुश्मनों को खत्म किए बिना वह चैन से नहीं बैठने वाला है. इजरायल इस वक्त सिर्फ हमास के साथ ही नहीं बल्कि हिज्बुल्लाह और ईरान के साथ भी संघर्ष कर रहा है.
हमास के सैकड़ों लड़ाके मारे गए
हमास का इजरायल पर रॉकेट दागना पूरे गाजा पट्टी के लिए भारी पड़ा है. पिछले एक साल से आईडीएफ (IDF) चुन-चुनकर इजरायल पर एयर स्ट्राइक कर रही है. अब तक इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों ने गाजा पट्टी के बड़े हिस्से को मलबे में तब्दील कर दिया है. आई़डीएफ का दावा है कि उसने हमास की टॉप लीडरशिप का सफाया कर दिया है. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी में इस एक साल में 40,000 से ज्यादा जानें गई हैं और करीब 18.5 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
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गाजा में जमा मलबे को निकालने में लगेंगे 15 साल
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा में 40 मिलियन टन का मलबा जमा हो गया है. जंग खत्म होने के बाद इसे सही ढंग से निस्तारित करने में 15 साल लग सकते हैं. दूसरी ओर इजरायल का दावा है कि अब तक गाजा पट्टी में हमास के 40 हजार से ज्यादा ठिकानों पर बमबारी की गई है. इजरायल डिफेंस फोर्स ने हमास की 4,700 सुरंगों को नष्ट करने का भी दावा किया है. पिछले एक साल में गाजा पट्टी मलबे में बदल गई है और लोगों को गंदे टेंट में रहना पड़ रहा है.
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