Israel: इजरायल करने वाला था ईरान पर परमाणु मिसाइल से बड़ा हमला, लीक दस्तावेज से खुलासा, जानें पूरा माजरा

Written By आकांक्षा सिंह | Updated: Oct 22, 2024, 12:29 PM IST

Israel News: हाल ही में अमेरिका की खुफिया दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ है कि इजरायल ईरान पर  जेरिको-2 मिसाइल  से हमला करने वाला था. यह हमला 16 अक्टूबर 2024 को होना था. 

Israel: हाल ही में इजरायल की जेरिको-2 मिसाइल से ईरान पर हमले की योजना का खुलासा अमेरिकी खुफिया दस्तावेजों से हुआ है. इस दस्तावेज के अनुसार, इजरायल 16 अक्टूबर 2024 को मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल जेरिको-2 से ईरान पर हमला करने की तैयारी कर रहा था. हालांकि, इस हमले के लिए परमाणु हथियार का उपयोग नहीं किया जाना था, बल्कि पारंपरिक हथियारों से हमला किया जाना था.

इजरायल के पास हैं तीन वेरिएंट्स 
इजरायल के पास जेरिको मिसाइल के 3 वेरिएंट्स हैं, जिनकी रेंज 500 किलोमीटर से 4,800 किलोमीटर तक है. जेरिको-2 मिसाइल की रेंज 1,500 से 2,000 किलोमीटर तक है और यह हाइपरसोनिक गति से हमला करती है, जिससे इसे रोकना बेहद मुश्किल हो जाता है. इस मिसाइल का वजन लगभग 26 हजार किलोग्राम है और यह 1,000 किलोग्राम वजनी वारहेड ले जाने में सक्षम होता है. जेरिको-2 का विकास तब शुरू हुआ था जब अमेरिका ने इजरायल को अपनी Pershing-2 मिसाइल बेचने से मना कर दिया था. यह मिसाइल 1989 से इजरायल के सैन्य बेड़े का हिस्सा है और इसे 2026 तक सेवा से हटाए जाने की संभावना है.

जेरिको-3 इजरायल की ये मिसाइल है
जेरिको-3 इजरायल की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बनाता है. यह 2011 से इजरायल की सुरक्षा में तैनात है और इसकी रेंज 11,500 किलोमीटर है. जेरिको-3 का वजन 30 हजार किलोग्राम है और यह 1,300 किलोग्राम तक का हथियार ले जा सकती है. यह मिसाइल इजरायल के लिए एक बड़ी सुरक्षा दीवार है, खासकर ईरान जैसी चुनौतियों के सामने.

इजरायल का परमाणु कार्यक्रम लंबे समय से सीक्रेट था. 1960 में पहली बार एक अमेरिकी कॉर्पोरेट अधिकारी ने अमेरिकी सरकार को इजरायल के परमाणु कार्यक्रम की जानकारी दी. इसके बाद, कई कोवर्ट ऑपरेशंस से इस बारे में और जानकारी सामने आई. इजरायल हमेशा अपने परमाणु कार्यक्रम पर एम्बीग्विटी (अस्पष्टता) की नीति अपनाता है. वह यह स्वीकार या इनकार नहीं करता कि उसके पास परमाणु हथियार हैं, लेकिन दुनिया उसे परमाणु हथियार संपन्न देशों में गिनती है.


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इजरायल की जेरिको-3 मिसाइल की रेंज ईरान की खोर्रमशहर मिसाइल से ज्यादा है, लेकिन ईरान की मिसाइलों की सटीकता बेहतर मानी जाती है. इजरायल के पास कई परतों वाली हवाई सुरक्षा प्रणाली भी है, जो उसे मिसाइल हमलों से बचने में काफी मदद करती है. दूसरी ओर, ईरान के पास ऐसी सुरक्षा प्रणाली की कमी है, जिससे मिसाइल जंग में इजरायल की स्थिति मजबूत होती है.

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