डीएनए हिंदी: इजरायल और हमास की बीच 27 दिन से युद्ध लगातार जारी है. इस जंग के और विकराल होने की संभावना है. क्योंकि इजरायल ने दावा किया कि उसकी सेना ने गाजा शहर को चारों तरफ से घेर लिया है. हमास के आंतकियों को खदेड़कर ही मानेंगे. इजरायली सेना ने एयर स्ट्राइक के साथ-साथ ग्राउंड अटैक भी शुरू कर दिए हैं. इस बीच हमास ने धमकी दी है कि अगर इजरायल की सेना ने गाजा में घुसने की कोशिश की तो उसका एक भी सैनिक जिंदा वापस नहीं जाएगा. सभी की लाशें बैग में भरकर भेजी जाएंगी.
दरअसल, इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, 'हमारे सैनिकों ने हमास आतंकी संगठन के केंद्र गाजा शहर की घेराबंदी पूरी कर ली है. वह अब उनका खात्मा करके ही लौटेंगे. उन्होंने कहा कि यह हमास का मुख्य गढ़ है. हमारी सेना हमास के हथियारों, सैन्य चौकियों और अन्य प्रकार के बुनियादी ढांचों की तलाश कर रही है. जल्द उनको नष्ट कर दिया दिया जाएगा.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि गाजा में जमीनी लड़ाई शुरू होने के बाद से उसने 130 हमास आतंकवादियों को मार गिराया है. आईडीएफ ने कहा कि उसने 27 अक्टूबर से गाजा पट्टी में कई आतंकी ढांचों को भी नष्ट कर दिया है. बयान में कहा गया है कि आईडीएफ हवाई, समुद्र और जमीन से हमास से मुकाबला कर रहा है. गाजा में अब तक 9,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
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गाजा में 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. अशरफ अल-कुद्रा ने कहा कि गाजा में 9,061 लोग मारे गए हैं, जिनमें 3,760 लोग 18 साल से कम उम्र के थे. इजरायली पक्ष के 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकतर लोग हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजरायल के भीतर किए गए भीषण हमले में मारे गए. स्वास्थ्य मंत्रालय हमास द्वारा संचालित सरकार का हिस्सा है, लेकिन इसमें डॉक्टर और लोकसेवक शामिल हैं जो समूह से संबद्ध नहीं हैं. इजरायल की जमीनी सेना गाजा शहर की ओर बढ़ी, जबकि अमेरिका और अरब देशों ने हमास शासित इलाके की घेराबंदी को कम करने और नागरिकों की मदद के लिए लड़ाई को कम से कम कुछ समय के लिए रोकने के वास्ते राजनयिक प्रयास तेज कर दिए है.
27 दिन से जारी इस लड़ाई में 3,600 से अधिक फिलिस्तीनी बच्चे मारे गए हैं और बमबारी के चलते क्षेत्र के लगभग 23 लाख लोग बेघर हो गए हैं. भोजन, पानी और ईंधन की काफी कमी हो गई है. तीन सप्ताह तक किए गए भीषण हवाई हमलों के बाद सप्ताहांत में इज़राइली सैनिक बड़ी संख्या में गाजा में दाखिल हुए, जिससे पूरे क्षेत्र में तबाही का मंजर है.
गाजा में शरणार्थी शिविर पर अंधाधुंध हमले
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर पर अंधाधुंध हमलों को बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने और इनसे हुई तबाही के स्तर को देखते हुए युद्ध अपराध की श्रेणी में लाया जा सकता है. मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने एक बयान में कहा कि जबालिया शरणार्थी शिविर पर इजरायली हवाई हमलों को बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने और इनसे हुई तबाही के स्तर को देखते हुए युद्ध अपराध की श्रेणी में लाया जा सकता है.’ लगातार दूसरे दिन और 24 घंटे से भी कम समय के भीतर एक नवंबर को जबालिया शरणार्थी शिविर पर भीषण हवाई हमले हुए, जिनमें कथित तौर पर कई आवासीय इमारतें नष्ट हो गईं और दर्जनों लोग मारे गए.
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अमेरिका ने इजरायल को भेजी मदद
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने हमास के साथ युद्ध कर रहे इजराइल को 14.5 अरब डॉलर की सैन्य सहायता मुहैया कराए जाने की मंजूरी दी. यह मंजूरी हमास के साथ इस युद्ध में इजराइल के प्रति अमेरिका के व्यापक समर्थन को दर्शाती है, लेकिन इसके कारण सदन के नए स्पीकर माइक जॉनसन का दलगत रुख भी देखने को मिला जो डेमोक्रेटिक पार्टी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए सीधी चुनौती बन गया. जॉनसन ने तय नियमों से परे जाते हुए ऐसे रिपब्लिकन पैकेज की वकालत की, जिसमें आपात सहायता देने के लिए अन्य सरकारी खर्चों में कमी करने की बात की गई है. इसने सदन में रिपब्लिकन पार्टी के नए रूढ़ीवादी नेतृत्व को स्थापित किया, लेकिन जिस विधेयक को आमतौर पर दोनों दल का समर्थन मिलने की संभावना थी, उसे लेकर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसद बंट गए.
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