अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 2024 के चुनाव से अपान नाम वापस लेने पर खुल कर बात की है. उन्होंने बुधवार (अमेरिकी समय के हिसाब से) को अमेरिकियों से कहा कि अपनी पार्टी और देश को एकजुट करने के लिए 2024 के चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया है. ओवल ऑफिस में भाषण देते वक्त उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि मशाल को युवाओं के हाथ में को सौंप दिया जाए. इसके साथ ही उन्होंने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए वर्तमान उपराष्ट्रपति और नई उम्मीदवार कमला हैरिस के लिए समर्थन की मांग भी की.
अगली पीढ़ी को मशाल सौंपना सही
ओवल ऑफिस से अमेरिका वासियों को संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा कि देश में नई सोच और नई आवाजों के लिए जगह है. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘सार्वजनिक जीवन में लंबे समय के अनुभव का अपना महत्व होता है, लेकिन साथ ही नई आवाजों, ताजा आवाजों, और हां युवा आवाजों का भी अपना एक समय और स्थान होता है.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘अपनी पार्टी को एकजुट’ करने के लिए व्हाइट हाउस की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया है.
ये भी पढ़ें-Donald Trump पर हमले के बाद US सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किंबर्ली ने दिया इस्तीफा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कहते हैं, "मैंने तय किया है कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका हमारे देश को एकजुट करने के लिए नई पीढ़ी को मशाल सौंपना है. उन्होंने आगे कहा कि, इन 6 महीनों में, मैं राष्ट्रपति के रूप में अपना काम करने पर ध्यान केंद्रित करूंगा. मैं वोट देने के अधिकार से लेकर अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों की रक्षा करता रहूंगा. जो बिडेन ने कहा, "लोकतंत्र की रक्षा, जो दांव पर लगी है, किसी भी उपाधि से ज्यादा महत्वपूर्ण है." "मैंने तय किया है कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका मशाल को नई पीढ़ी को सौंपना है. यह हमारे देश को एकजुट करने का सबसे अच्छा तरीका है."
कमला हैरिस सक्षम उम्मीदवार
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने भाषण में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए अपने समर्थन की बात भी कही. जो बाइडेन कहते हैं, "कुछ ही महीनों में, अमेरिकी लोग अमेरिका के भविष्य का रास्ता चुनेंगे. मैंने अपनी पसंद बना ली है. मैंने अपने विचारों से अवगत करा दिया है. मैं हमारी महान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को धन्यवाद देना चाहता हूं." अब चुनाव आप पर निर्भर है, जब आप चुनाव करते हैं, तो बेंजामिन फ्रैंकलिन के शब्दों को याद रखें. जब बेंजामिन फ्रैंकलिन से पूछा गया कि क्या संस्थापकों ने अमेरिका को राजतंत्र दिया था या गणतंत्र, तो फ्रैंकलिन का जवाब था, 'यदि आप इसे रख सकते हैं तो एक गणतंत्र'. हम एक गणतंत्र बनाए रखें या नहीं यह अब आपके हाथ में है."
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.