U.S. Presidential Election 2024 पर अमेरिका समेत दुनिया भर की नजरें हैं. चुनाव के मद्देनजर तमाम तरह के कयास अभी से लगने शुरू हो गए हैं. इसी बीच सीएनएन ने एक पोल कराया है जिसके नतीजे चौकाने वाले हैं. पोल के अनुसार अमेरिका की उपराष्ट्रपति Kamala Harris, जो एक भारतीय-अमेरिकी राजनीतिज्ञ हैं, नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में अपने बॉस, राष्ट्रपति Joe Biden की तुलना में ज्यादा लोकप्रिय हैं और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ एक मजबूत दावेदार के रूप में नजर आ रही हैं.
कमला हैरिस के समर्थन में यह बदलाव 27 जून को उस वक्त दिखा जब अटलांटा में पहली राष्ट्रपति पद की बहस में बाइडन ने बेहद ख़राब प्रदर्शन किया. बताया जा रहा है कि इस डिबेट के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर उनसे पद छोड़ने और किसी अन्य को दौड़ में शामिल करने की मांग बढ़ गई है.
सोशल साइंस रिसर्च सॉल्यूशंस (एसएसआरएस) द्वारा किए गए सीएनएन पोल के अनुसार, ट्रम्प, बाइडन से छह अंक आगे हैं. हालांकि, एक काल्पनिक मुकाबले में, कमला हैरिस, ट्रंप के साथ लगभग बराबरी पर हैं, जिसमें 47% पंजीकृत मतदाता ट्रंप का समर्थन करते नजर आ रहे हैं वहीं 45% मतदाता ऐसे हैं जो हैरिस के पक्ष में हैं.
क्योंकि दोनों ही कैंडिडेट्स के बीच मार्जिन बहुत कम है इसलिए के भीतर है, इसलिए दोनों में से किसी भी भी स्पष्ट जीत नहीं दिखाई दे रही है.
सीएनएन पोल का अवलोकन करें तो इसमें कहा गया है कि, 'ट्रंप के खिलाफ हैरिस का थोड़ा मजबूत प्रदर्शन महिलाओं के कारण है (50% महिला मतदाता ट्रम्प के मुकाबले हैरिस का समर्थन करती हैं, जबकि 44% ट्रम्प के मुकाबले बाइडन का समर्थन करती हैं) और स्वतंत्र (43% हैरिस बनाम 34% बाइडन) से व्यापक समर्थन पर निर्भर करता है.'
सीएनएन पोल के अनुसार, हाल के दिनों में, कई अन्य डेमोक्रेटों का उल्लेख संभावित बिडेन रिप्लेसमेंट के लिए किया गया है. और दिलचस्प ये कि ये तमाम लोग ट्रम्प से पीछे हैं.
हालांकि, बाइडन का अभियान जोर देकर इस बात की पुष्टि करता है कि वह दौड़ में बने रहेंगे. जबकि पार्टी के कुछ लोग इस बात के पक्षधर हैं कि बाइडन की जगह किसी और को मैदान में उतारा जाए जो ट्रम्प को कड़ी टक्कर दे. लेकिन यदि ऐसा होता है तो ये जटिल और राजनीतिक रूप से जोखिम भरा होगा.
साथ ही, रिपब्लिकन मतदाता डोनाल्ड ट्रम्प के साथ जीतने की अपनी संभावनाओं के बारे में अधिक आश्वस्त हो गए हैं, 83% अब मानते हैं कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी (GOP) उनके साथ बेहतर है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने सर्वेक्षणों पर कोई सीधी टिप्पणी करने से परहेज किया.
बताते चलें कि अमेरीकी राष्ट्रपति चुनावों में पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा को भी ट्रम्प के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इप्सोस पोल में वो ट्रम्प से 11 अंकों से आगे हैं. हालांकि उनके कार्यालय ने मार्च में एनबीसी न्यूज को बताया था कि वह इस वर्ष राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगी.
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