डीएनए हिंदी: भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत-बांग्लादेश की साझी सीमा से होकर गुजरने वाली कुशियारा नदी (Kushiyara River) के जल समझौते को मंजूरी दे दी है. इस समझौते के तहत, हर पक्ष को 153 क्यूसेक तक पानी निकालने की अनुमति दी गई है. इसी को लेकर दोनों देशों ने एमओयू पर दस्तखत किए हैं. इस समझौते के तहत भारत के असम राज्य और बांग्लादेश से सिलहट क्षेत्र को बारिश के बाद वाले मौसम में काफी फायदा पहुंचेगा.
सरकारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. बयान के अनुसार, भारत के जल शक्ति मंत्रालय और बांग्लादेश के जल संसाधन मंत्रालय ने 6 सितंबर, 2022 को समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे. इस समझौते के तहत सूखे मौसम (1 नवंबर से 31 मई तक) के दौरान साझी सीमा से होकर गुजरने वाली कुशियारा नदी से दोनों देश 153-153 क्यूसेक तक पानी निकाल सकेंगे, ताकि दोनों देश अपनी-अपनी खपत के लिए ज़रूरी पानी का इस्तेमाल कर सकें.
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दोनों देश बनाएंगे निगरानी दल
समझौते में कहा गया है कि सूखे मौसम के दौरान दोनों देश अपनी-अपनी तरफ से जल निकासी की निगरानी करने के लिए एक संयुक्त निगरानी दल का गठन करेंगे. आपको बता दें कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के दौरान जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार और जल संसाधन मंत्रालय, बांग्लादेश सरकार के बीच सीमा पर बहने वाली कुशियारा नदी से पानी की निकासी के संबंध में भारत और बांग्लादेश के बीच समझौता ज्ञापन हुआ था.
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इस समझौते पर दस्तखत किए जाने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमने कुशियारा नदी से जल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, इससे भारत में दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा.
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