कुवैत का दक्षिणी मंगाफ बुधवार को उस वक्त दहल गया जब एक इमारत में अचानक भीषण आग लग गई. इस हादसे में 49 लोगों की मौत हो गई. जिनमें 40 भारतीय बताए जा रहे हैं. कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा कि आग की इस घटना में 30 से भारतीय घायल भी हुए हैं. स्थानीय मीडिया के अनुसार, गृह मंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबा ने घटना स्थल का दौरा किया और मृतकों की संख्या की पुष्टि की. इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है.
अधिकारियों के मुताबिक, जिस इमारत में हादसा हुआ वह 6 मंजिला थी. आग नीचे की मंजिल के रसोई में आग लगी, लेकिन थोड़ी देर बाद आग इतना विकराल रूप लिया कि पूरी बिल्डिंग को चपेटे में ले लिया. बताया जा रहा है कि इस इमारत में 160 से ज्यादा लोग रहते थे, जो एक कंपनी में काम करते थे. वो लोग उससे पहले कुछ समझ पाते आग बिल्डिंग के हर कमरे में फैल गई.
हेल्पलाइन नंबर जारी
इस घटना को लेकर कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. दूतावास ने कहा कि भारतीय श्रमिकों से जुड़ी आग की दुखद घटना के संबंध में हमने इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 शुरू किया है. सभी से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें. हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.'
PM मोदी ने जताया दुख
इस घटना पर पीएम मोदी ने भी एक्स पर पोस्ट कर दुख जताया है. उन्होंने कहा, 'मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे. कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और घायलों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है.'
क्या बोले विदेश मंत्री?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, 'कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है. कथित तौर पर 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं. हमारे राजदूत घटनास्थल पर गए हैं. हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं.'
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उन्होंने आगे कहा, "जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना. घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं. हमारा दूतावास इस संबंध में सभी लोगों को पूरी सहायता प्रदान करेगा.'
कुवैत सरकार की तरफ से अभी तक इस बात की खुलकर आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है कि मरने वालों में अधिकतर भारतीय हैं. फारस की खाड़ी के दूसरे देशों की तरह कुवैत में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक काम करते हैं, जिनकी संख्या स्थानीय आबादी से कहीं ज्यादा है. इससे पहले कुवैत में 2022 में एक तेल शोधन कारखाने में आग लगने से 4 लोगों की मौत हो गई थी.
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