Food Crisis: दुनिया में हर 5 सेकेंड में भूख से मरता है एक बच्चा, जानिए 5 साल में कितनी बढ़ी भुखमरी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 23, 2022, 10:26 PM IST

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ही भूखा सोने वालों की संख्या दुनिया में ढाई गुना से ज्यादा बढ़ गई है. वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के प्रमुख इससे चिंतित हैं.

डीएनए हिंदी: दुनिया में भूखा सोने वालों की संख्या रोजाना तेजी से बढ़ रही है. इससे भी ज्यादा तेजी से भूख के कारण मरने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है. इस बात की चेतावनी संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली (David Beasley) ने दी है. उन्होंने बताया कि दुनिया में हर 5 सेकेंड मे एक बच्चा भूख से मर जाता है. इस पर हमें शर्म आनी चाहिए. उन्होंने रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण दुनिया में भुखमरी का शिकार होने वालों की संख्या करीब ढाई गुना बढ़ जाने का भी दावा किया है. साथ ही उन्होंने खाद्य संकट से निपटने के लिए कदम उठाने की अपील की है. 

बेस्ली ने न्यूज एजेंसी AP को दिए इंटरव्यू में कहा कि दुनिया बहुत ही खराब स्थिति का सामना कर रही है. उन्होंने बताया कि उन्होंने खाड़ी देशों और दुनिया के अरबपतियों से कहा है कि भूखों को खाना खिलाना उनका 'नैतिक दायित्व' है, जिसके लिए उन्हें अपना कुछ दिन का मुनाफा दान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस दान से उर्वरक आपूर्ति के मौजूदा संकट और अगले साल होने वाली खाद्यान्न की कमी से निपटा जा सकता है.

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बता दें कि चार दिन पहले गैर सरकारी संगठनों के एक इंटरनेशनल ग्रुप ने दावा किया था कि दुनिया में हर दिन 19,700 लोग भूख से मर जाते हैं, जिनमें ज्यादातर छोटे बच्चे होते हैं. दुनिया भर में करीब 69 करोड़ लोगों को रात का खाना नहीं मिल पाता है. UN के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया में तकरीबन 82 करोड़ से ज्यादा आबादी कुपोषण का शिकार है.

बेस्ली ने बताए भुखमरी के भयावह आंकड़े

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दुनिया में अराजकता फैलने वाली है

बेस्ली ने चेतावनी दी कि यदि भूख से मरने वालों की मदद नहीं की गई तो पूरी दुनिया में अराजकता फैल जाएगी. उन्होंने कहा, दुनिया भर में लोग पीड़ित हैं और मर रहे हैं. जब हर पांच सेकेंड में एक बच्चा भूख से मरता है तो हमें शर्म आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे लोगों को नहीं पता है कि उनके लिए अगले पहर का भोजन कहां से आएगा.

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उन्होंने कहा, अगर हमने भूखे लोगों को सहायता नहीं पहुंचाई तो साल 2007-2008 तथा 2011 की तरह अकाल, भुखमरी, राष्ट्रों की अस्थिरता जैसी स्थितियां पैदा होंगी. इससे दुनिया में बड़े पैमाने पर पलायन शुरू हो जाएगा.

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लगातार वैश्विक नेताओं को बता रहे हैं ये संकट

बेस्ली के मुताबिक, वे पूरे विश्व में इस संकट से बचाव के लिए घूम रहे हैं. इस दौरान वे वैश्विक नेताओं से मिल रहे हैं और उन्हें खाद्य संकट के बारे में चेतावनी देते रहे हैं. इस चेतावनी को देने के लिए बेस्ली इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र (UN) आमसभा की बैठक से जुड़े कार्यक्रमों को भी संबोधित कर रहे हैं. WFP चीफ ने बताया कि उन्होंने बुधवार रात को भी अरबपतियों के एक समूह से मिलकर उन्हें उनका 'नैतिक दायित्व' समझाने की कोशिश की थी.

दुनिया में 40% खाना हो जाता है बरबाद

क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में कुल उत्पादन का करीब 40% खाद्यान्न बरबाद हो जाता है, जिससे 3,00 करोड़ लोगों का पेट भरा जा सकता है. एक आंकड़े के अनुसार, भारत ही में हर साल औसतन एक व्यक्ति प्रतिदिन 137 ग्राम भोजन बर्बाद करता है. देश में सालाना करीब 92,000 करोड़ रुपये के बराबर का खाना बरबाद होता है.

यूनाइटेड नेशन के आंकड़ों के हिसाब से लगभग 190 मिलियन भारतीय कुपोषित हैं. UN रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सालाना लगभग 68.7 मिलियन टन खाना बर्बाद होता है. 

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