डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की सरकार गिराई गई थी या उन्होंने खुद ही जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए इसे विदेशी साजिश का हिस्सा दिखाने का खेल खेला था? ये सवाल उस ऑडियो क्लिप के बाद उठ रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर इमरान खान और उनके तत्कालीन प्रधान सचिव आजम खान के बीच की बातचीत होने का दावा किया जा रहा है. इस ऑडियो में इमरान एक साइफर (गोपनीय भाषा वाला पत्र) के आधार पर हल्ला मचाकर अपनी सरकार गिराने के पीछे विदेशी साजिश होने की बात साबित करने का दावा कर रहे हैं. बता दें यह साइफर (Cipher) वॉशिंगटन में पाकिस्तान के राजदूत की एक अमेरिकी अधिकारी के साथ मुलाकात को लेकर है.
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अप्रैल में संसद में गिर गई थी इमरान सरकार
इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सरकार इस साल अप्रैल में उस समय गिर गई थी, जब उसके खिलाफ विपक्षी दलों की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था. इमरान खान ने उस समय अपनी सरकार गिराने के पीछे विदेशी साजिश होने का आरोप लगाया था. उन्होंने अपनी सरकार गिराने का आरोप अमेरिका पर लगाया था. उनका कहना था कि मेरी सरकार ने रूस, चीन और अफगानिस्तान के मामले में पाकिस्तान की स्वतंत्र विदेश नीति के तहत फैसले किए, इसलिए अमेरिका ने मेरी सरकार गिराकर अपने पिट्ठुओं को बैठाने की साजिश रची है. इसके लिए उन्होंने इस 'साइफर' का ही हवाला दिया था. हालांकि अमेरिका ने इस आरोप से इनकार किया है.
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लीक ऑडियो में क्या कह रहे इमरान
सोशल मीडिया पर आए ऑडियो क्लिप में इमरान और उनके तत्कालीन प्रधान सचिव आज़म खान बात कर रहे हैं. वे वॉशिंगटन से आए सांकेतिक भाषा में लिखे 'साइफर' का लाभ जनता की सहानुभूति लेने में उपयोग करने की चर्चा कर रहे हैं. लीक ऑडियो में इमरान खान कह रहे हैं, हमें सिर्फ इस (साइफर) पर खेलना है. हमें किसी देश का नाम लेने की ज़रूरत नहीं है. हमें बस इस मुद्दे पर खेलना है कि अविश्वास प्रस्ताव की यह तारीख पहले से तय थी.
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इमरान की इस बात के जवाब में ऑडियो में कोई दूसरा कह रहा है, देखिए आपको याद हो, तो उसमें (साइफर में) राजदूत ने आखिर में आपत्तिपत्र भेजने के लिए लिखा है. भले ही यह नहीं भेजा जाना है. यह आवाज माना जा रहा है कि आजम खान की है. आजम ने आगे कहा, शाह महमूद कुरैशी (इमरान की सरकार में विदेश मंत्री) और विदेश सचिव के साथ बैठक करते हैं. कुरैशी उस पत्र को पढ़ेंगे और जो कुछ भी वह पढ़ेंगे, उसे एक नकल में बदल दिया जाएगा. फिर मैं इस बैठक की मिनट्स तैयार करूंगा और कहूंगा कि विदेश सचिव ने इसे तैयार किया है.
पूर्व प्रधान सचिव ने कहा, लेकिन आखिर में यही होना चाहिए कि हम इसका (साइफर का) विश्लेषण कर उसका ब्यौरा तैयार करेंगे, क्योंकि हम चाहते हैं कि यह आधिकारिक रिकॉर्ड बन जाए. वह बताते हैं कि इस विश्लेषण में कहा जाएगा कि यह एक धमकी है. इसे कूटनीतिक भाषा में धमकी कहा जाता है.
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इमरान ने कहा- अभी तो मैंने खेलना भी शुरू नहीं किया
इस ऑडियो लीक को लेकर इमरान की पार्टी PTI ने कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन इमरान ने मीडिया के सवाल का गोलमाल जवाब दिया. उनसे पूछा गया कि साइफर से 'खेलने' से उनका क्या मतलब है, इसके जवाब में उन्होंने कहा, मैंने अभी तक खेलना शुरू ही नहीं किया है. 'साइफर' के मसले की उचित तरीके से जांच की जानी चाहिए.
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