Mariyam Nawaz एवनफील्ड घोटाले में बरी, पूर्व पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ की बेटी के पति भी आरोप मुक्त

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 29, 2022, 05:40 PM IST

मरियम नवाज पाकिस्तान की मौजूदा सूचना मंत्री व PML-N की उपाध्यक्ष भी हैं. NAB ने Nawaz Sharif के साथ उन्हें भी दोषी ठहराया था.

डीएनए हिंदी: ब्रिटेन में निर्वासन काट रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) यानी PML-N को एक बड़ी सफलता मिली है. इस्लामाबाद हाई कोर्ट (Islamabad High Court) ने बृहस्पतिवार को पार्टी की उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज (Maryam Nawaz) और उनके पति रिटायर्ड कैप्टन सफदर को एवनफील्ड भ्रष्टाचार केस (Avenfield corruption) में बरी घोषित कर दिया. हाई कोर्ट की दो जजों की बेंच ने इस मामले में सजा के खिलाफ मरियम की याचिका पर सुनवाई करने के बाद यह फैसला दिया है. 

पढ़ें- Imran Khan की सरकार गिरी थी या सहानुभूति के लिए खुद रचा खेल, लीक ऑडियो से उठे सवाल

NAB ने माना था मरियम और सफदर को भी दोषी

एवनफील्ड भ्रष्टाचार की जांच कर रहे पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने मरियम और उनके पति सफदर को नवाज शरीफ को अपराध के लिए उकसाने का दोषी माना था. एक अकाउंटेबिलिटी कोर्ट ने इस मामले में नवाज शरीफ को 10 साल की सजा सुनाने के साथ ही उन पर 80 लाख यूरो का जुर्माना भी लगाया था. साथ ही मरियम को 7 साल कैद और कैप्टन सफदर को 1 साल कैद की सजा सुनाई गई थी. कोर्ट ने ये सजा 6 जुलाई, 2018 को सुनाई थी. PML-N नेता मरियम ने इस फैसले को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी थी.

पढ़ें- रेप के मामले में कोर्ट में पेश हुए चीनी इंडस्ट्रियलिस्ट Richard Liu, कॉलेज स्टूटेंड ने लगाए थे आरोप

हाई कोर्ट ने कहा- आरोप साबित नहीं कर पाई है NAB

इस्लामाबाद हाई कोर्ट में जस्टिस आमिर फारूक की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले में सुनवाई की. जस्टिस फारूक के अलावा जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी की मौजूदगी वाली बेंच ने बृहस्पतिवार को दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं. इसके बाद बेंच ने मरियम और सफदर को बरी घोषित करते हुए कहा कि NAB के अधिकारी आरोपों को साबित करने में विफल रहे हैं.

पढ़ें- Canada ने भारत में आतंकी हमले की जताई आशंका, अपने नागरिकों को दी ये बड़ी चेतावनी

मरियम ने कहा- झूठ का अंत ऐसे ही होता है

फैसला आने के बाद पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम ने अल्लाह का शुक्रिया अदा किया. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, झूठ का अंत ऐसे ही होता है. उन्होंने कहा, पाकिस्तान के इतिहास में कोई भी राजनेता नहीं है, जिसे नवाज जैसी कड़ी जवाबदेही से गुजरना पड़ा है. वे (नवाज) अब (मेरे बरी होने के बाद) पहले से भी ज्यादा सम्मानित हो गए हैं.

पढ़ें- इंजीनियर और लेक्चरर से लेकर सरकारी कर्मचारी तक, जानिए कौन-कौन हैं पीएफआई के गिरफ्तार हुए शख्स

नवाज को निर्वासित कराने वाला एवनफील्ड केस था क्या

एवनफील्ड संपत्ति मामले को नवाज शरीफ का राजनीतिक करियर खत्म करने वाला मामला माना जाता है. इस मामले में अकाउंटेबिलिटी कोर्ट से सजा मिलने के बाद नवाज को जेल में भी रहना पड़ा. इसके बाद वे इलाज के लिए लंदन जाकर वहीं पर निर्वासित हो गए. ऐसे में आप एवनफील्ड केस के बारे में जानना चाहेंगे कि आखिर क्या था ये पूरा मामला? 

दरअसल, लंदन के पार्क लेन (park lane london) इलाके में एक अपार्टमेंट है एवनफील्ड हाउस (Avenfield House), जिसमें चार फ्लैट नवाज शरीफ परिवार से संबंधित हैं. ये चारों फ्लैट हाइड पार्क (Hyde Park) के करीब हैं, जो लंदन का सबसे महंगा इलाका है. साल 2017 में दुनिया के कई देशों की राजनीति को हिला देने वाले पनामा पेपर्स लीक (Panama Papers Leak) से इन संपत्तियों की जानकारी भी सभी के सामने आई, जिनकी कीमत उस समय लगभग 63 करोड़ रुपये थी. 

पढ़ें- महंगाई की वजह से तलाक नहीं ले रहे लोग, एक ही घर में रहने को क्यों मजबूर हैं कपल्स?

पनामा पेपर्स में दावा किया गया था कि शरीफ परिवार ने ये संपत्ति गैरकानूनी तरीके से जुटाए पैसों से खरीदी है. इसके बाद पाकिस्तान में हंगामा मच गया था और नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (National Accountability Bureau) ने इसकी जांच शुरू कर दी थी. इस जांच में शरीफ परिवार को दोषी ठहराते हुए उन पर मुकदमा चलाया गया था.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.