डीएनए हिंदी: भारत के लिए रक्षा मोर्चे पर एक चुनौती की खबर सामने आ रही है. पाकिस्तानी वायुसेना के F-16 लड़ाकू विमानों को नई तकनीक से अपग्रेड करने की योजना को अमेरिका की मंजूरी मिलने के बाद अब उसे चीन से भी छह J-10C विमानों का नया जत्था मिल गया है. दावा किया जा रहा है कि इन चीनी विमानों के मिलने से पाकिस्तानी वायुसेना की क्षमता बेहद बढ़ गई है.
IANS के मुताबिक, पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन निर्मित छह J-10C विमानों का दूसरा बैच पाकिस्तान आ गया है. अब पाकिस्तानी वायुसेना के पास इन लड़ाकू विमानों की कुल संख्या 12 हो गई है. एक स्वतंत्र थिंक-टैंक पाकिस्तान स्ट्रैटेजिक फोरम ने भी अपने ट्वीट में छह J-10C विमानों की पाकिस्तानी वायुसेना को डिलीवरी मिलने की पुष्टि की है. इस फोरम को शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा संचालित किया जाता है.
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पहला बैच मिला था मार्च में
पाकिस्तानी वायुसेना को चीन निर्मित J-10C विमानों का पहला बैच इस साल मार्च में मिला था. उसमें भी छह विमान शामिल थे. तब तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे क्षेत्रीय संतुलन के लिए जरूरी बताया था. इमरान ने भारत के राफेल विमानों का जिक्र किए बिना कहा था कि दुर्भाग्य से क्षेत्र में असंतुलन पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इससे निपटने के लिए आज हमारी रक्षा प्रणाली में एक बड़ा एडिशन किया गया है.
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ड्रैगन फ्रॉम द ईस्ट कहता है J-10C विमान को पाकिस्तान
पाकिस्तानी वायुसेना (Pakistan Airforce) चीन निर्मित J-10c फाइटर जेट की बड़ी प्रशंसक है. वे इसे ड्रैगन फ्रॉम द ईस्ट (Dragon From The East) कहते हैं. वे इस विमान को भारतीय राफेल विमानों का जवाब कहते हैं. हालांकि एक्सपर्ट इसे इजराइल के IAI Luvi एयरक्राफ्ट की कार्बन कॉपी कहते हैं, जिसका निर्माण खुद इजराइल ही 34 साल पहले बंद कर चुका है. इसके मुकाबले राफेल 4.4 जेनरेशन का मल्टीरोल, मल्टीमिशन लड़ाकू विमान है. इस लिहाज से पाकिस्तानी दावे को उनका बड़बोलापन ही कहा जा सकता है.
J-10C विमान की खासियत
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ये हैं राफेल की खूबियां
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