Press Freedom पर भारत को घेर रहा पाकिस्तान खुद फंसा, USA ने खोली ऐसे पोल

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 15, 2022, 11:27 PM IST

अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान में मीडिया पर प्रतिबंध और पत्रकारों पर हमले चिंताजनक हैं. वहां प्रेस फ्रीडम पूरी तरह खत्म हो गई है.

डीएनए हिंदी: दो दिन पहले UNHRC में इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) का सहारा लेकर भारत को मानवाधिकार पर घेर रहा पाकिस्तान खुद फंस गया है. अमेरिका ने खुलेआम पाकिस्तान में मानवाधिकार और खासतौर पर प्रेस की स्वतंत्रता की पोल खोल दी है. अमेरिका ने पाकिस्तान में पत्रकारिता के हालात को बेहद चिंताजनक माना है और कहा है कि वहां प्रेस की स्वतंत्रता पूरी तरह खत्म हो गई है. 

Al Jazeera की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने यह चिंता पाकिस्तान में सरकार के एक टीवी चैनल को कथित तौर पर ब्लॉक करने की खबर पर जताई है. इस चैनल को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का समर्थक माना जाता है.

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से पूछा था सवाल

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) से मंगलवार को ARY Network चैनल के पत्रकार ने पाकिस्तान में प्रेस की स्वतंत्रता पर सवाल पूछा था. इस चैनल को पाकिस्तान में सरकार ने 3 सप्ताह के लिए ब्लॉक कर दिया था और बड़ी मुश्किल से 3 सितंबर को उसे दोबारा प्रसारण शुरू करने की अनुमति मिली थी. 

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प्राइस ने जवाब में कहा, हम मीडिया और कंटेंट पर प्रतिबंधों से चिंतित हैं. साथ ही साथ पत्रकारों पर हमले की जवाबदेही तय नहीं होने. अभिव्यक्ति की आजादी (freedom of expression) की कवायद को कमजोर करने की कोशिशों से भी चिंतित हैं.

पाकिस्तान से US लगातार जता रहा चिंता

प्राइस ने कहा, हम जानते हैं कि आपका चैनल ARY भी इससे सुरक्षित नहीं है. हम लगातार प्रेस की आजादी को लेकर पूरी दुनिया में सभी हितधारकों के सामने अपनी चिंता जताते रहते हैं. इनमें पाकिस्तान के हमारे सहयोगी और समकक्ष भी शामिल हैं.

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बता दें कि अगस्त में अस्थायी तौर पर पाकिस्तानी सरकार की तरफ से ब्लॉक किए जाने के बाद ARY नेटवर्क को समझौता करना पड़ा. बताया जाता है कि इसके बदले में उसे अपने कई सीनियर एंकर्स को नौकरी से निकालना पड़ा है, जिनमें एक सीनियर एक्जीक्यूटिव को पुलिस ने कुछ समय हिरासत में भी रखा है.

लगातार हो रही पाकिस्तान में मीडिया पर कार्रवाई

पिछले सप्ताह भी पाकिस्तानी अधिकारियों ने एक न्यूज चैनल Bol News को अगले आदेश तक के लिए बंद करा दिया. इस चैनल पर भी इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf या PTI) का समर्थन करने का आरोप है. 

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पाकिस्तान की मीडिया रेगुलेटरी बॉडी के मुताबिक, चैनल को बंद करने का आदेश इसलिए दिया गया है, क्योंकि उसके प्रबंधन ने कथित तौर पर अपने लाइसेंस का रिन्यूअल कराने का आवेदन नहीं जमा कराया है. हालांकि चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर समी इब्राहिम के मुताबिक, मैनेजमेंट पर कुछ लोगों को कंपनी से हटाने का दबाव बनाया जा रहा है, जिनमें मेरा नाम भी शामिल है. 

वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम लिस्ट में बेहद नीचे है पाकिस्तान

पेरिस (Paris) स्थित मीडिया निगरानी संस्था रिपोर्ट्स विदआउट बॉर्डर्स (Reporters Without Borders या RSF) ने पाकिस्तान में प्रेस फ्रीडम के बेहद खराब हालात माने हैं. RSF ने इस साल अपने वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स (World Press Freedom Index) में पाकिस्तान को 180 देशों में 157वें नंबर पर रखा है.

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इमरान खान का कार्यकाल भी नहीं था पाकसाफ

ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान में मीडिया के हालात नई सरकार के आने के बाद ही खराब हुए हैं. इमरान खान के साल 2018 से 2022 तक प्रधानमंत्री रहने के दौरान भी प्रेस फ्रीडम की स्थिति बेहद खराब थी. इस दौरान भी प्रेस फ्रीडम पर शिकंजा कसने और पत्रकारों पर हमले के बहुत सारे मामले सामने आए थे. 

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RFS ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में इमरान खान को predators of press freedom list में शामिल किया था. ये उन वैश्विक नेताओं की सूची थी, जो अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के आरोपी हैं. 

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