डीएनए हिंदी: अफ्रीकी देश लीबिया में सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन नया नहीं है. हालांकि, इस बार बिजली नहीं आने से नाराज लोग सड़कों पर उतर गए और टोब्रुक में संसद भवन को ही आग के हवाले कर दिया है. मीडिया का कहना है कि पिछले 8 सालों में यह सबसे बड़ा प्रदर्शन है. देश में बिजली संकट लगभग एक दशक से है. देशवासियों को बिजली ही नहीं बुनियादी सुविधाओं के लिए भी खासा संघर्ष करना पड़ता है और देश में राजनीतिक अस्थिरता के भी हालात हैं.
Tobruk संसद भवन में लगाई आग
लीबिया के टोब्रुक संसद भवन के बाहर प्रदर्शनकारियों की भीड़ जमा हो गई है और लोग वहां नारेबाजी करने लगे ते. भीड़ का गुस्सा और भड़क गया और कुछ लोगों ने बुलडोजर से संसद भवन का गेट तोड़ा और फिर बिल्डिंग को ही आग के हवाले कर दी.
इस प्रदर्शन के बीच त्रिपोली स्थित सरकार के अंतरिम प्रधानमंत्री अब्दुलहमीद दबीबा ने प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया है और कहा कि जनता की मांग बिल्कुल जायज है. देश में लोगों को बुनियादी चीजों के लिए भी जूझना पड़ रहा है.
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महीनों से लोगों का अंसतोष चरम पर है
लीबिया में राजनीतिक अस्थिरता और भारी अंसतोष का माहौल है. महीनों से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और अपने लिए लोकतांत्रिक अधिकारों के साथ बेहतर सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. इस देश में जीने के लिए बदहाल होते जा रहे हालातों और महीनों के राजनीतिक गतिरोध पर जनता गुस्से में है और इस वजह से उसका गुस्सा संसद भवन पर फूटा है.
लीबिया में इस वक्त प्रचंड गर्मी पड़ रही है और ऐसे हालात में बिजली कटौती ने लोगों को सड़कों पर निकलने के लिए मजबूर कर दिया है. राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बीच प्रमुख तेल सुविधाओं की नाकाबंदी से स्थिति और खराब हो गई है.
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