रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) के आदेश को अनदेखा करते हुए मंगलवार को मंगोलिया पहुंचे. राजधानी उलानबटार में पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया, जिसे ICC के आदेश की विरुद्ध के रूप में देखा जा रहा है.
रूस पर हमले के साथ-साथ सैकड़ों यूक्रेनी बच्चों को अनाथालयों और बाल गृहों से रूस ले जाने के आरोप लगे हैं, ताकि वहां के परिवार उन्हें गोद ले सकें. हालांकि, रूस ने इन सब आरोपों को सिरे से नकार चुका है. इन आरोपों के चलते अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसके अनुसार, आईसीसी के सभी सदस्य देशों को पुतिन के उनके देश में जाने पर गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था.
यूक्रेन समेत कई मानवाधिकार संगठनों ने मंगोलिया से भी आईसीसी के आदेश का पालन करने और पुतिन को हिरासत में लेने की बात कही थी. लेकिन पुतिन के मंगोलिया पहुंचते ही जिस तरह से स्वागत किया गया उसे देखकर ये बिल्कुल भी नहीं लग रहा है कि मंगोलिया सरकार उन्हें अरेस्ट करेगी.
मंगोलिया ने नहीं मानी आईसीसी का आदेश
🛬 President of Russia Vladimir #Putin arrives in Mongolia on an official visit.
📍 Ulaanbaatar, September 2, 2024#RussiaMongolia 🇷🇺🇲🇳 pic.twitter.com/5S3fDnswN9
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने टेलीग्राम के माध्यम से पुतिन के मंगोलिया दौर को लेकर कहा की 'मंगोलियाई अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वे अनिवार्य अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट का पालन करें और पुतिन को हेग में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय को सौंप दें.' करीब 18 महीने पहले आईसीसी द्वारा पुतिन के खिलाफ आरेस्ट वारंट जारी किया था, जिसके बाद पुतिन की ये पहली आईसीसी सदस्य देश के दौरे पर गए हैं.
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