करीब 3 दशक तक हिजबुल्लाह के नेतृत्व करने वाले हसन नसरल्लाह की बीते दिनों इजरायल के ताबड़तोड़ हमले में मौत हो गई. जिसके बाद से अब पूरी दुनिया की नजरें ईरान पर टिकी हुई हैं. इसी दौरान रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ईरान दौरे पर जा रहे हैं. जिसके बाद ये अंदेशा लगाया जा रहा है कि ईरान और रूस मिलकर इजरायल के खिलाफ कुछ नई योजना बनाने वाले हैं. बता दें, हिजबुल्लाह को ईरान की तरफ से लगातार मदद मिलती रही है. हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद मिडिल ईस्ट में हालात काफी तनावपूर्ण हो गए हैं. विदेश मामलों के जानकार बताते हैं कि इजरायल के लगातार बढ़ते हमलों को देखते हुए अब शायद ईरान भी खामोश नहीं रहेगा. मौजूदा हालात और घटनाक्रम को देखने के बाद अब ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि मिडिल ईस्ट में युद्ध की चिंगारी और भड़क सकती है. ईरान में इजरायल के खिलाफ गुस्सा उफान पर है और अब कई रिपोर्ट्स भी इस ओर इशारा कर रही हैं कि रूस भी ईरान के साथ खड़ा दिख रहा है.
रूसी पीएम जा रहे ईरान
इजरायल द्वारा लेबनान में लगातार हमले के बीच एक खबर आई है जिसके बाद ये अंदेशा लगाया जा रहा है कि क्या रूस अब खुले तौर पर इजरायल के खिलाफ इस जंग में शामिल होने वाला है. दरअसल, रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ईरान दौरे पर जा रहे हैं. सोमवार को उनकी मुलाकात ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेस्कियन से होने वाली है. इस समय रूसी पीएम का ये दौरा कई मायने रखता है. इस दौरे में इजरायल के हमले को कैसे रोका जाए और एक नया प्लान बनाया जाए, उस पर भी एक गंभीर चर्चा होने की उम्मीद है. आपको बता दें मंगलवार को मिखाइल मिशुस्टिन आर्मेनिया में यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे हैं. ये समूह पूर्व सोवियत देशों के समूह का हिस्सा है.
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ईरानी सुप्रीम लीडर को किसका डर सता रहा है
एक्सपर्ट बताते हैं कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच हो रहे इस भीषण युद्ध में फिलहाल ईरान की तरफ से कोई सीधा कदम नहीं उठाया गया है. इजरायल ने पिछले कुछ समय में ईरान के बेहद करीबी माने जाने वाले कई प्रमुख नेताओं की हत्या कर दी है. पहले हमास प्रमुख इस्माइल हानिया और अब हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या ने निश्चित तौर पर ईरान को एक गहरी सोच में डाल दिया है. बताते चलें, हिजबुल्लाह हमेशा से ही ईरान का समर्थक रहा है, इस संगठन को ईरान की तरफ से लगातार मदद मिलती रही है. मौजूदा हालात को देखते हुए कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि इजरायल अब शायद ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को भी अपना अगला निशाना बना सकता है, जिसके बाद से ईरानी सुप्रीम लीडर एक सुरक्षित जगह जा पहुंचे हैं.
भीषण युद्ध होने के आसार
पुतिन के खास प्रतिनिधि का यह दौरा क्या ईरान को इजरायल के खिलाफ एक नई योजना बनाने में मदद करेगा? इस सवाल का जवाब शायद अभी दुनिया को तुरंत न मिले, लेकिन इस बात को हम बिल्कुल नकार नहीं सकते कि अगर रूस सीधे तौर पर इस जंग में शामिल होता है, तो मध्य पूर्व में एक भीषण युद्ध हो सकता है. ईरान के करीबी नेताओं को इजरायल की तरफ से लगातार निशाना बनाया जा रहा है, जिसके बाद अब ये साफ हो गया है कि ईरान अब आर या पार के मूड में है. बता दें, रूस भी अब ईरान का समर्थन कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, कहा जा रहा है कि मिखाइल मिशुस्टिन, पुतिन का खास संदेश लेकर ईरान जा रहे हैं, जहां इजरायल से बदला लेने की योजना तैयार की जाएगी.
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