मुइज्जू ने भारत को लेकर बनाई नई पॉलिसी! मालदीव के विपक्षी दल ने किया स्वागत

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: Aug 12, 2024, 01:33 PM IST

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करते हुए राष्ट्रपति मुइज्जू 

​मालदीव के बड़े विपक्षी नेता अब्दुल्ला शाहिद ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात की है. इस दौरान उन्होने मुश्किल वक्त में हमेशा मालदीव का साथ देने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद किया है.

मालदीव की प्रमुख विपक्षी पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने शनिवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट की. एस जयशंकर मालदीव के साथ द्विपक्षीय संबंधों को फिर से मजबूत करने के मकसद से तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर वहां गए हुए हैं. मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत की तरफ से यह पहली हाई लेवल यात्रा है. चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे. आपको बताते चलें कि उन्होंने पद संभालने के कुछ ही घंटों के बाद अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी.

भारत-विरोधी भावनाओं की आलोचना
विपक्षी पार्टी के नेता अब्दुल्ला शाहिद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की आलोचना करते हुए कहा कि 'मुइज्जू सरकार को अपने अधिकारियों के आचरण, झूठे बयानों और गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि इनसे मालदीव की अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक छवि को भारी नुकसान पहुंचा है.' पार्टी ने यह भी कहा कि 'राष्ट्रपति मुइज्जू की सरकार की ओर से भारत नीति में अचानक आए बदलाव का स्वागत किया जाना चाहिए.' पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने शनिवार को एस जयशंकर से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा किए गए अपने बयान में कहा कि 'मालदीव को हमेशा विश्वास रहा है कि जब भी वह इमरजेंसी के लिए बुलएगा तो भारत सबसे पहले मदद का हाथ बढाएगा.'



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विपक्षी पार्टी ने किया स्वागत
विपक्षी पार्टी ने राष्ट्रपति मुइज्जू सरकार की भारत-नीति में आए अचानक बदलाव का स्वागत किया है. हालांकि, राष्ट्रपति मुइज्जू ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने अपनी विदेश नीति में कोई बदलाव नहीं किया है और वह अपने घोषणापत्र के अनुसार ही काम कर रहे हैं. 'सनऑनलाइन इंटरनेशनल' न्यूज़ पोर्टल ने राष्ट्रपति मुइज्जू के हवाले से लिखा है कि 'मैं अपने चुनावी घोषणापत्र में घोषित विदेश नीति को लागू कर रहा हूं. मैं मालदीव के हितों को प्राथमिकता दूंगा और उन सभी देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखूंगा जो मालदीव की स्वतंत्रता और संप्रभुता का सम्मान करते हैं.'

मुइज्जू ने कहा धन्यवाद
मुइज्जू ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी विदेश नीति में कोई बदलाव नहीं किया है और उन्हें किसी बात के लिए माफी मांगने की जरुरत नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि 'भारत ने पिछले कुछ महीनों में एक मित्र देश की तरह हमारी बहुत मदद की है.' राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत द्वारा वर्षों से की जा रही अलग -अलग मदद के लिए धन्यवाद भी दिया. 

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