डीएनए हिंदी: मोरक्को में शुक्रवार-शनिवार की रात आए भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अभी तक दो हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लगभग इतने ही लोग बुरी तरह से घायल भी हुए हैं. अब देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान कर दिया गया है. भूकंप प्रभावित इलाकों में लोगों को बचाने की कोशिशें जारी हैं ताकि जनहानि को कम किया जा सके. भूकंप के झटके काफी तेज होने की वजह से सैकड़ों इमारतें ढह गई हैं या फिर वे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं. घायलों को बचाने के लिए अस्थायी अस्पताल बनाए गए हैं और सेना को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दिया गया है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक 2012 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 6.8 तीव्रता के भूकंप की वजह से अभी तक 2059 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं और हजारों लोग बेघर भी हो गए हैं. बेघर हुए लोगों के लिए अस्थायी कैंप बनाए जा रहे हैं. मोरक्को के किंग मोहम्मद VI ने सेना और अन्य बलों के जवानों को सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने और फील्ड हॉस्पिटल बनाने के निर्देश दिए हैं.
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तबाह हो गया है मोरक्को
बता दें कि भूकंप के इन जोरदार झटकों की वजह से मराकेश में कई ऐतिहासिक इमारतें और संरचनाएं भूकंप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं. इमारतें गिरने की वजह से कई रास्ते बंद हो गए हैं जिन्हें चालू करने के लिए मलबे को रास्ते से हटाया जा रहा है. इस भूकंप का केंद्र मराकेश से 72 किलोमीटर दूर पश्चिम में था और इसकी गहराई जमीन से 18.5 किलोमीटर नीचे थी.
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दुनियाभर के देशों ने मोरक्को में आई इस आपदा पर दुख जताया है और मदद का वादा किया है. भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने शनिवार को जी20 सम्मेलन की शुरुआत में ही इस हादसे पर दुख जताया और कहा कि मुश्किल की इस घड़ी में भारत हर संभव मदद देने के लिए तैयार है.
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